रबी की मुख्य फसल आलू की खुदाई चल रही है. आलू की खुदाई देश के कई राज्यों में फरवरी के महीने में होने लगती है क्योंकि फरवरी का महीना आते ही ठंड लगभग कम होने लगती है. इसी के साथ देश के कई राज्यों में आलू के किसान अपनी फसलों की खुदाई करने लगते हैं. वहीं फसलों की बुवाई, कटाई और खुदाई में बहुत ही ध्यान रखने योग्य जरूरी बातें होती हैं, जिनका पालन कर किसानों को बेहतर लाभ मिलता है.
ऐसे में आज हम बात करेंगे आलू को खोदने की ऐसी मशीन की जो चिपकी हुई मिट्टी को भी झाड़ देती है. इससे किसानों की मजदूरी का खर्च भी बचता है. आइए जानते हैं कौन सी है वो मशीन और क्या हैं उसके फायदे.
पोटैटो डिगर मशीन का इस्तेमाल आलू की खेती में किया जाता है. वहीं, इस कृषि यंत्र के जरिए आलू में चिपकी हुई मिट्टी को आसानी से निकाला जा सकता है. पोटैटो डिगर मशीन की मदद से आलू निकालने पर समय और लागत दोनों की बचत होती है. यह मशीन ब्लेड, चेन कन्वेयर बेल्ट, गियर बॉक्स आदि से लैस होती है. वहीं इस मशीन का इस्तेमाल ट्रैक्टर की मदद से किया जाता है.
ये भी पढ़े:- खेती के लिए सब्सिडी मिलेगी और उपज भी होगी भरपूर, अभी उठाएं इस सरकारी योजना का लाभ
अगर पोटैटो डिगर मशीन की कीमत की बात करें, तो इसकी कीमत लगभग 40 हज़ार रुपये से शुरुआत होती है, जो कि डेढ़ लाख रुपये तक रहती है. इसके अलावा पोटैटो डिगर मशीन की कीमत कंपनी और तकनीक पर भी निर्भर करती है. अगर आप भी आलू के किसान हैं और आलू की खुदाई में दिक्कत हो रही है तो इस मशीन को खरीद कर आसानी से आलू की खुदाई कर सकते हैं.
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today