Tractor Maintenance Tips: ट्रैक्टर का इंजन अब नहीं होगा ओवरहीट, बस रखना होगा इन 5 बातों का खयाल
अगर आपका ट्रैक्टर ओवरहीट हो रहा है और आप इसे नजरंदाज कर रहे हैं तो ये गलती पूरे इंजन की लाइफ करीब 5 साल तक घटा सकती है. ट्रैक्टर का इंजन एक नहीं, बल्कि कई कारणों की वजह ओवरहीट होता है. इसलिए हम आपको ऐसी 5 टिप्स बता रहे हैं जिनसे आप अपने ट्रैक्टर को ओवरहीट होने से बचा सकते हैं.
ज्यादातर किसानों को ये गलतफहमी होती है कि ट्रैक्टर सर्दियों में ओवरहीट नहीं होगा, मगर असलियत तो ये है कि ट्रैक्टर के इंजन की ठीक से देखरेख ना की जाए तो ये सर्दी में भी ओवरहीट होकर बंद हो सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आपको वो चीजें पता हों ताकि ट्रैक्टर ओवरहीट ना हो. क्योंकि अगर ट्रैक्टर ओवरहीट हो रहा है तो ये अपने आप में इसकी इंजन हेल्थ के खराब होने का सबसे बड़ा संकेत है. अगर इस चीज को लंबे समय तक नजरंदाज किया तो ये पूर इंजन को ही सीज कर सकता है. लिहाजा आज हम आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं, जिससे आपका ट्रैक्टर ओवरहीट नहीं होगा.
क्यों ओवरहीट होता है ट्रैक्टर?
बहुत कम लोगों को पता है कि डीजल या पेट्रोल से चलने वाले इंजन में जलाए गए ईंधन से बनी 60 से 70 प्रतिशत एनर्जी हीट में ही बर्बाद होती है और जले हुए ईंधन से सिर्फ 30 से 40 प्रतिशत एनर्जी ही पावर बन पाती है. अब सबसे पहले तो ये समझने की जरूरत है कि ट्रैक्टर ओवरहीट होता ही क्यों है. दरअसल, ट्रैक्टर का इंजन अपने आप में बहुत ताकतवर मशीन होती है, लेकिन इसकी भी कुछ अपनी क्षमताएं होती हैं. इसलिए जब आप इसकी इंजन क्षमता से बहुत ज्यादा लोड देंगे, तो जाहिर है इंजन पर बहुत स्ट्रेस पड़ेगा और ये ओवरलोड हो जाएगा. जब इंजन बहुत देर तक ओवरलोड रहेगा तो एक वक्त पर जरूरत से ज्यादा हीट हो जाएगा.
इंजन की हेल्थ सही रखने के लिए आप इसकी नियमित सर्विस कराते रहेंगे तो आधे से ज्यादा समस्याएं तो अपने आप ही खत्म हो जाती हैं. लेकिन अगर आप समय पर सर्विस नहीं करा पा रहे हैं तो करीब 300 घंटे चलाने के बाद का इंजन ऑयल जरूर बदल दें. इसी के साथ ऑयल फिल्टर भी बदलना जरूरी है.
ट्रैक्टर को कूल रखने की सबसे अहम जिम्मेदारी इसके रेडिएटर की होती है. ट्रैक्टर के रेडिएटर के लिए सबसे जरूरी चीज होती है कूलेंट. अगर रेडिएटर में कूलेंट कम या खत्म हो गई है तो ट्रैक्टर बहुत जल्दी गर्म होना तय है. इसलिए समय-समय पर रेडिएटर में कूलेंट भी चेक करके भरते रहें. वहीं जब कोई हेवी-ड्यूटी काम करें तब तो जरूर कूलेंट चेक कर लें.
कई बार ऐसा होता है कि ट्रैक्टर के रेडिएटर में बहुत सारी धूल, मिट्टी या फिर पत्ते और कीट फंस जाते है. इस वजब से रेडिएटर का एयरफ्लो कम हो जाता है और इंजन की कूलिंग ठीक से नहीं हो पाती है. इसलिए समय-समय पर अपने रेडिएटर को साफ भी करते रहें. इसके साथ ही रेडिएटर के हॉज पाइप में भी कोई लीकेज ना हो, ये चेक करें.
अगर रेडिएटर सही है और इसका फैन ठीक से नहीं घूम रहा है तो भी ट्रैक्टर ओवरहीट होगा. इसलिए ये ध्यान दें कि रेडिएटर फैन टूटा ना हो और सही से घूम रहा हो. इसके साथ ही रेडिएटर की फैन बेल्ट भी सही होना जरूरी है. अगर फैनबेल्ट घिस चुकी है तो ये कभी भी टूट सकती है और साथ में पंखा भी सही से नहीं घुमाएगी. इससे रेडिएटर अच्छे से कूलिंग नहीं कर पाएगा. अगर रेडिएटर की फैनबेल्ट ढीली है तो इसे भी कस दें.
सबसे जरूरी बात ये है कि अपने ट्रैक्टर की क्षमता को पहचानें और उसी लिमिट में इसपर लोड दें. इससे ट्रैक्टर के इंजन की हेल्थ बहुत अच्छी रहेगी और ये सालों साल चलेगा. उदाहरण के लिए अगर ट्रैक्टर की लिफ्ट क्षमता 1500 किलो है और आप इसपर 2000 किलो से ज्यादा का वजन ढोकर चलते रहेंगे तो ये ओवरहीट हो जाएगा और साथ में कोई पार्ट भी टूटेगा. इसलिए कोशिश यही करें कि ट्रैक्टर को कभी ओवरलोड ना करें.