अगर आप खेतों की सिंचाई के लिए एक ऐसा पंप ढूंढ रहे हैं जो मजबूत हो, लंबे समय तक चले और बिजली पर निर्भर न हो, तो STIHL वॉटर पंप आपके लिए एकदम सही विकल्प है. यह पंप खासतौर पर किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं, ताकि वे किसी भी इलाके से – चाहे वह नदी, तालाब, झील या कुआं हो – आसानी से पानी खींचकर अपने खेतों तक पहुंचा सकें.
STIHL के वॉटर पंप पेट्रोल से चलते हैं, जिससे उन्हें बिजली की जरूरत नहीं पड़ती. इसका मतलब है कि आप इन्हें किसी भी दूर-दराज के खेत में भी आराम से चला सकते हैं. इन पंपों की खास बात यह है कि इन्हें पहाड़ी और ढलान वाले इलाकों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
STIHL वॉटर पंपों में इतनी ताकत है कि ये काफी ऊंचाई तक पानी चढ़ा सकते हैं. इससे खेत चाहे ऊंचाई पर हो या नीचे, सिंचाई में कोई दिक्कत नहीं होती.
ये भी पढ़ें: Milk Production: गर्मी शुरू होते ही होने लगती है दूध की कमी, जानें कैसे पूरी की जाती है डिमांड
इनमें EURO V टेक्नोलॉजी वाला इंजन लगा होता है, जो कम पेट्रोल में ज्यादा पावर देता है. यानी कम खर्च में बेहतर काम.
इनका डिज़ाइन बहुत ही हल्का और कॉम्पैक्ट है. इन्हें एक जगह से दूसरी जगह ले जाना बहुत आसान है.
ये भी पढ़ें: पहलगाम आतंकी हमले पर राकेश टिकैत का बयान, पानी रोकने के ट्रैक्टर में मिट्टी भरकर पहुंचेंगे बॉर्डर
अगर पंप में तेल कम हो जाए, तो ये खुद-ब-खुद बंद हो जाता है. इससे इंजन सुरक्षित रहता है और उसकी लाइफ ज्यादा लंबी होती है.
पंप चलते समय बहुत कम वाइब्रेशन होता है, जिससे इन्हें चलाना आरामदायक और सुरक्षित बनता है.
इन पंपों में कास्ट आयरन इम्पेलर और मेटल फ्रेम लगाया गया है, जिससे ये लंबे समय तक चलते हैं.
इनका आकार छोटा और कॉम्पैक्ट है, जिससे इन्हें इस्तेमाल न होने पर कम जगह में भी रखा जा सकता है.
WP 300 छोटे और मध्यम खेतों के लिए एक लाभकारी विकल्प है. जिसकी मदद से किसान कब समय और कम खर्च में अपना काम आसानी से कर सकते हैं.
WP 600 बड़े खेतों के लिए सही विकल्प है. जहां किसानों को लंबे समय तक काम करने में किसानों की मदद करता है.
WP 900 सबसे पावरफुल मॉडल है. यह सीमांत और बड़े जोत वाले किसान आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today