हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य के किसानों को खेती में नई तकनीक और नए मेथड इस्तेमाल करने की सलाह दी है. इससे उपज बढ़ाने के साथ ही किसानों की कमाई भी बढ़ सकेगी. उन्होंने कहा कि नेचुरल फार्मिंग के लिए किसान आगे बढ़ रहे हैं. नेचुरल फार्मिंग पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों की संख्या तेजी से बढ़ी है. जनवरी से अब तक 24 हजार किसानों ने नेचुरल फार्मिंग करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. वर्तमान में राज्य के 15 हजार किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं.
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को किसानों से कृषि के व्यवसायीकरण के लिए नई तकनीकों और आधुनिक तरीकों को अपनाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि किसानों को लाभ बढ़ाने के लिए अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. उन्होंने किसानों को जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने किसानों को सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने के लिए कहा. पीएम किसान सम्मान निधि राशि जारी होने के मौके पर झज्जर में राज्य स्तरीय किसान सम्मान समारोह में वह बोल रहे थे. हरियाणा में 16.38 लाख किसानों के बैंक खातों में पीएम किसान के लगभग 360 करोड़ रुपये पहुंचे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों की वित्तीय स्थिति में सुधार लाने और कृषि को और अधिक लाभदायक बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं को भी प्रभावी ढंग से लागू कर रही है. उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देश का कृषि बजट 24,000 करोड़ रुपये था, जो अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बढ़कर 1,26,000 करोड़ रुपये हो गया है. पिछले एक दशक में किसानों को नई तकनीक से जोड़ने, बेहतर सुविधाएं देने, उत्पादन बढ़ाने और उनकी उपज का उचित मूल्य देने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत खेतों में उर्वरकों के आसान छिड़काव किया जा रहा है. इससे किसानों को काफी लाभ हो रहा है. मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार टिकाऊ कृषि मेथड को पक्का करने के लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है. इस पहल के तहत लगभग 24000 किसानों ने 'नेचुरल फार्मिंग पोर्टल' पर पंजीकरण कराया है. इनमें से लगभग 10,000 किसान 15,170 एकड़ भूमि पर प्राकृतिक खेती कर रहे हैं.
प्राकृतिक खेती पोर्टल पर 6 जनवरी 2025 से रजिस्ट्रेशन चल रहा है और इस साल के अंत तक 31 दिसंबर 2025 तक रजिस्ट्रेशन खुले रहेंगे. प्राकृतिक खेती के लिए राज्य सरकार किसानों को कई तरह से अनुदान भी दे रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती को सपोर्ट करने के लिए गुरुकुल कुरुक्षेत्र, घरौंडा (करनाल), हमेटी (जींद) और मंगियाना (सिरसा) में ट्रेनिंग सेंटर बनाए गए हैं. इन सेंटर्स पर किसानों को प्राकृतिक खेती के लाभ और तकनीकों के बारे में ट्रेनिंग दी जा रही है.
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