
भारत के पहले राइस एटीएम यानी चावल एटीएम का उद्घाटन हुआ है. ओडिशा के भुवनेश्वर में इसे लगाया गया है. गुरुवार को ओडिशा के फूड सप्लाई और कंज्यूमर वेलफेयर मिनिस्टर कृष्ण चंद्र पात्रा ने मंचेश्वर इलाके के एक गोदाम में भारत के पहले राइस एटीएम को आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया. इस ऑटोमैटिक डिस्पेंसिंग मशीन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (पीडीएस) चावल के वितरण को सही तरह से पूरा कर सके.
चावल एटीएम से राशन कार्ड धारक टचस्क्रीन डिस्प्ले पर अपना राशन कार्ड नंबर डालकर 25 किलोग्राम तक चावल हासिल कर सकेंगे. उसके बाद बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन किया जाता है. इस नई प्रणाली का मकसद लाभार्थियों को पारंपरिक डिस्ट्रीब्यूशन प्वाइंट्स पर लंबी कतारों में प्रतीक्षा करने की जरूरत को खत्म करना है. माना जा रहा है कि इससे सब्सिडी वाले चावल की चोरी और कालाबाजारी से जुड़े मसले भी दूर किए जा सकेंगे.
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मंत्री पात्रा ने लॉन्च प्रोग्राम के दौरान इस पहल के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा, 'हमने लाभार्थियों के लिए राइस एटीएम का टेस्ट किया. यह भारत का पहला राइस एटीएम है, जिसे अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है. इसका लक्ष्य यह तय करना है कि लाभार्थियों को सही वजन में चावल मिले ताकि किसी भी संभावित धोखाधड़ी को रोका जा सके.' पात्रा ने कहा, 'हर जिले और राज्य के लाभार्थी 'राइस एटीएम' से चावल हासिल कर सकेंग.'
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पात्रा का मानना है कि इससे राज्य में चावल की ठगी कम होगी और उपभोक्ताओं को डीलरों पर बहुत अधिक निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. चावल एटीएम को अभी भुवनेश्वर में लॉन्च किया गया है. लेकिन बाद में इसे ओडिशा के सभी 30 जिलों में लॉन्च करने की योजना है. अगर यह सफल रहा तो इस मॉडल को वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत बाकी राज्यों तक भी लेकर जाया जाएगा. इससे कई राज्यों के लोग इस ऑटोमैटिक सिस्टम के जरिये अपना राशन हासिल कर सकेंगे.
(भुवनेश्वर से अजय नाथ की रिपोर्ट)
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