खेती-किसानी में आज के समय में तकनीक का बहुत बड़ा योगदान हो गया है. पहले जहां फसलों की कटाई में घंटों का समय और मजदूरों की जरूरत होती थी, वहीं अब नई-नई मशीनों की मदद से यह काम मिनटों में हो रहा है. ऐसी ही एक मशीन है रीपर मशीन, जो किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. आइए जानते हैं इस मशीन की खासियत, कीमत और इसके फायदे.
रीपर मशीन एक आधुनिक कृषि यंत्र है जो फसलों की कटाई का काम बेहद तेजी और सटीकता से करती है. यह मशीन खास तौर पर उन किसानों के लिए उपयोगी है जो समय की कमी और मजदूरों की अनुपलब्धता के कारण फसलों की समय पर कटाई नहीं कर पाते.
रीपर मशीन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह कई प्रकार की फसलों की कटाई कर सकती है:
इसका मतलब ये मशीन खरीदने से किसान एक से ज्यादा फसलों की कटाई कर सकते हैं और उन्हें बार-बार अलग मशीन पर पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे.
रीपर मशीन फसल को नीचे से काटती है, जिससे खेत में पराली नहीं बचती. इससे पराली जलाने या हटाने की झंझट खत्म हो जाती है. साथ ही, यह मशीन कई मजदूरों का काम अकेले कर देती है. यानी अब किसानों को मजदूरों की कमी से परेशान नहीं होना पड़ेगा.
रीपर मशीन से 1 एकड़ फसल की कटाई करने में सिर्फ 1 घंटे का समय लगता है और इसमें सिर्फ 1.5 से 2 लीटर पेट्रोल की खपत होती है. यानी बहुत ही कम लागत में किसान फसल की कटाई कर सकता है.
रीपर मशीन सिर्फ फसल की कटाई ही नहीं करती, बल्कि किसानों के लिए कमाई का जरिया भी बन सकती है. किसान इस मशीन से:
रीपर मशीन की कीमत लगभग 1.5 लाख रुपये तक होती है. लेकिन सरकार इस पर अनुदान भी देती है:
सामान्य वर्ग के किसानों को 40% तक का अनुदान (करीब 63,000 रुपये)
एसटी/एससी, लघु/सीमांत और महिला किसानों को 50% तक का अनुदान (करीब 75,000 रुपये)
अनुदान प्राप्त करने के लिए किसान अपने जिले के सहायक कृषि अभियांत्रिकी विभाग में संपर्क कर सकते हैं.
यह मशीन अलग-अलग कंपनियों द्वारा बनाई जाती है, इसलिए कीमतों में थोड़ा बहुत फर्क हो सकता है. किसान चाहें तो सरकारी पोर्टल या अपने नजदीकी कृषि यंत्र डीलर से मशीन खरीद सकते हैं.
रीपर मशीन खेती में क्रांति लाने वाली मशीन है. यह ना केवल समय और खर्च बचाती है, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर और समृद्ध भी बनाती है. अगर आप भी अपनी खेती को आधुनिक बनाना चाहते हैं, तो रीपर मशीन जरूर अपनाएं, क्योंकि ये मशीन सच में किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है.
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