Rajasthan: जयपुर में 10 दिन में बिके 2.10 करोड़ रुपये के मसाले, कॉनफेड, कोटा उपभोक्ता भंडार रहे पहले स्थान पर

Rajasthan: जयपुर में 10 दिन में बिके 2.10 करोड़ रुपये के मसाले, कॉनफेड, कोटा उपभोक्ता भंडार रहे पहले स्थान पर

राजस्थान सहकारिता विभाग की ओर से जयपुर में लगाए गए मसाला मेले में 10 दिन में 2.10 करोड़ रुपये के मसाले बिके. वहीं, विभाग की ओर से कई सहकारी समितियों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया गया.

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Rajasthan: जयपुर में 10 दिन में बिके 2.10 करोड़ रुपये के मसाले, कॉनफेड, कोटा उपभोक्ता भंडार रहे पहले स्थान परमसाला मेले में समितियों को कई श्रेणी में पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. फोटो- DIPR

राजधानी जयपुर के जवाहर कला केन्द्र लगे मसाला मेला और ऑर्गेनिक मेले में 10 दिन में 2.10 करोड़ रुपये के मसाले बिके हैं. मसाला मेले में सहकारिता विभाग ने बिक्री में सबसे आगे रही स्टॉल्स को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार मेघराज सिंह रतनू ने कहा कि यह मेला सहकारी समितियों के व्यवसाय में बढ़ोतरी करने के अच्छे प्रयास का एक बेहतर प्लेटफॉर्म दे रहा है. सहकार मसाला मेले का वास्तविक लाभ किसानों और आम उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए सहकारी संस्थाओं के विशेष उत्पाद सहकारिता के भण्डारों पर उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे.

इस मेले में आमजन को कॉनफैड के माध्यम से पहली बार जैविक कुकीज़ उपलब्ध कराने की शुरूआत की गई है.

सहकारिता से तीन करोड़ लोग जुड़े हैं प्रदेश में 

प्रदेश में सहकारिता सीधे रूप में तीन करोड़ से अधिक लोगों से जुड़ी हुई है. सहकारी संस्थाओं को आमजन की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार किया जा रहा है. साथ ही उन्हें वन स्टॉप के रूप में विकसित कर एक ही छत के नीचे गुणवत्तापूर्ण उत्पाद एवं सेवायें उचित मूल्य पर उपलब्ध करवाने की कोशिश की जा रही है. 

सहकार मसाला मेले को मिला लोगों का जबरदस्त रुझान

जयपुर में पिछले कई सालों से मसाला मेले का आयोजन किया जा रहा है. इस सहकार मेले से आम आदमी की पहुंच सहकारी उत्पादों तक हो रही है. अच्छे उत्पादों की पहुंच से लोगों का सहकारिता में भरोसा बढ़ा है. साथ ही उपभोक्ताओं को शुद्ध और सस्ते मसाले भी उपलब्ध हो रहे हैं.

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वहीं, सहकारी संस्थाओं की आमदनी भी इससे बढ़ रही है. रजिस्ट्रार ने बताया कि सहकार मसाला मेले को जयपुरवासियों के जबरदस्त रेस्पांस से सहकारी संस्थाओं में नया उत्साह आया है. सहकार मेले से सहकारी संस्थाओं में व्यावसायिक समझ भी पैदा हुई है.

बिक्री में ये संस्थाएं रही अव्वल

सहकार मसाला मेले में सबसे अधिक बिक्री के लिए अन्य प्रदेशों में केरल स्टेट कोऑपरेटिव मार्केटिंग फैडरेशन टॉप पर रही. वहीं, शीर्ष संस्थाओं में प्रथम कॉनफैड व द्वितीय स्थान पर तिलम संघ रहा. क्रय-विक्रय सहकारी समितियों में प्रथम मथानिया, दूसरा नागौर एवं तीसरा स्थान किशनगढ़ का रहा. इसी तरह से जिला उपभोक्ता भण्डारों की श्रेणी में कोटा, उदयपुर व जोधपुर पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे. 

विभिन्न श्रेणियों में मिले पुरस्कार

28 अप्रेल से शुरू हुए सहकार मेले में कारोबार एवं डिसप्ले की दृष्टि से समितियों को पुरस्कृत किया गया है. सर्वश्रेष्ठ डिसप्ले के आधार पर राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं में इफको, कृभको तथा शीर्ष सहकारी संस्थाओं में राजफैड, कॉनफैड, तिलम संघ, जयपुर डेयरी एवं अपैक्स बैंक को सम्मानित किया गया. 

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राज्य विशेष के विशिष्ट उत्पादों एवं मसालों की बिक्री एवं प्रदर्शन के लिए मार्केफैड केरल, पंजाब, टैनफैड तमिलनाडु की सहकारी संस्थाओं को सम्मानित किया गया. ले आउट के आधार पर जिला उपभोक्ता भण्डारों की श्रेणी में उदयपुर, भरतपुर व भीलवाड़ा पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे.
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