Rajasthan: टोंक में आठ- दस करोड़ रुपये की उपज लेकर भागा व्यापारी, किसानों ने मुकदमा दर्ज किया

Rajasthan: टोंक में आठ- दस करोड़ रुपये की उपज लेकर भागा व्यापारी, किसानों ने मुकदमा दर्ज किया

राजस्थान के टोंक जिले में किसानों के साथ एक बड़ी धोखाधड़ी की घटना सामने आई हैं. यहां एक व्यापारी किसानों से 8-10 करोड़ रुपये की उपज लेकर बिना भुगतान किए फरार हो गया है. किसानों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

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Rajasthan: टोंक में आठ- दस करोड़ रुपये की उपज लेकर भागा व्यापारी, किसानों ने मुकदमा दर्ज कियाकिसानों ने पचेवर थाने में शिकायत दर्ज कराई है. फोटो- Ajay Charan

राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा उपखंड में किसानों के साथ एक बड़ी धोखाधड़ी की खबर आई है. उपखंड के पचेवर थाना क्षेत्र में एक व्यापारी किसानों से उनकी आठ से दस करोड़ रुपये की चना और सरसों की जिंस खरीद कर फरार हो गया है. किसानों ने पचेवर थाने में इसकी शिकायत शुक्रवार को एसएचओ राजमल कुमावत को दी. शिकायत के अनुसार पचेवर के ही एक व्यापारी प्रेमचंद जैन ने आस-पास के किसानों से सरसों और चना खरीद लिए. पैसा देने के लिए उन्हें कई महीनों तक टालता रहा और एक मई को परिवार सहित पचेवर छोड़कर भाग गया. 

150 किसानों को कच्ची पर्ची देकर फरार हो गया व्यापारी

किसानों ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि व्यापारी प्रेमचंद ने पचेवर और आसपास के करीब 150 किसानों से चना और सरसों की खरीद कर ली. जबकि उपज के दाम कुछ दिनों में देने की बात कहकर टालता रहा. उपज तुलवाकर किसानों को उसने कच्ची पर्ची दी थीं. किसानों का आरोप है कि व्यापारी ने पूरे परिवार के साथ किसानों का पैसा हड़पने की साजिश की थी. इसीलिए तीन-चार दिन पहले आरोपी की बेटी ममता पचेवर आई थी.

किसानों ने यह शिकायत लिखकर पुलिस को दी है.

उसने अपने भाई सतीश और पंकज के साथ मिलकर पैसा हड़पकर भागने का प्लान बनाया. किसानों का आरोप है कि आरोपी प्रेमचंद ने भागने से पहले अपने सभी बैंक अकाउंट बंद कराए हैं और अपनी दुकानें अपने भाइयों को संभला दी. इसीलिए इस वारदात में प्रेमचंद के भाई भी शामिल हैं. किसानों ने पचेवर थानाधिकारी राजमल कुमावत को शिकायत देकर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है. 

इस संबंध में किसान तक ने पचेवर थानाधिकारी राजमल कुमावत को फोन किया. उन्होंने थोड़ी देर में बात करने की कहकर फोन काट दिया. 

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किसानों को पैसा, पल्लेदारों को मजदूरी तक नहीं दी

वहीं, किसान तक पीड़ित किसानों के पास भी पहुंचा. पचेवर के रहने वाले किसान मोहनलाल रैगर से हमने बात की. वे बताते हैं, “किसानों के साथ-साथ प्रेमचंद ने पल्लेदारों की भी मजदूरी नहीं दी थी. मेरी 80 बोरी सरसों पिछले साल की थी और इस साल के 16 बोरी चने थे.

वहीं, मेरी मां गलखू देवी  की 61 क्विंटल चने के पैसे व्यापारी प्रेमचंद पर बकाया थे. हमारी तरह ही उसने कई गांवों के 150 किसानों से व्यापारी ने 8-10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. इसमें से कुछ उपज इस रबी सीजन की थी, वहीं कुछ पिछले साल की भी थी.”

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रातों-रात दुकान बंद कर भागा व्यापारी

वहीं, पचेवर के ही किसान हनुमान बोहरा कहते हैं, “प्रेमचंद की बाजार में दो परचून की दुकानें थीं.  उसने दोनों दुकानों को रात-रात बंद कर दिया. वहीं, उसके बेटे की दुकान जयपुर में थी. वहां भी हमें कोई नहीं मिला. पुलिस ने किसानों से कार्रवाई के लिए सात दिन का समय लिया है. थानाधिकारी राजमल कुमावत ने किसानों से कहा कि सात दिन के अंदर पुलिस जांच कर देगी.”
बता दें कि इस धोखाधड़ी के पीड़ितों में  पचेवर के अलावा राजपुरावास, ईरान की ढाणी, चारणों बंजेड़िया, घटियारी, सूरसागर जैसे कई गांवों के किसान शामिल हैं. 

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इनपुट- अजय चारण, मालपुरा
 

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