आजकल मौसम का मिजाज समय के हिसाब से बदलता रहता है. कभी तेज धूप, तो कभी अचानक भारी बारिश. ऐसे हालात में खेती करना किसानों के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन चुका है. खासकर भारी बारिश में फसलें बर्बाद हो जाती हैं क्योंकि कई फसलें ज्यादा पानी नहीं सह पातीं. इस कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है.
मक्का उगाने वाले किसानों के लिए अब एक खुशखबरी है. "रेज्ड बेड प्लांटर मशीन" नाम की एक तकनीक से मक्का की बुआई इस तरह की जा सकती है कि भारी बारिश के बावजूद फसल को कोई नुकसान न हो. यह तकनीक न केवल मक्का के लिए, बल्कि तिलहन और दलहन जैसी फसलों के लिए भी बहुत फायदेमंद है.
रेज्ड बेड प्लांटर एक आधुनिक कृषि यंत्र है. यह मशीन खेत में मिट्टी की ऊँची-नीची मेड़ें (Raised Beds) बनाती है और उन पर बीज बोती है. इसके साथ-साथ दोनों तरफ नालियां (Furrows) भी बनाती है. इन नालियों की मदद से बारिश का अतिरिक्त पानी बहकर बाहर निकल जाता है, जिससे पौधों की जड़ें सड़ती नहीं हैं.
रेज्ड बेड प्लांटर मशीन तीन काम एक साथ करती है
इस मशीन को ट्रैक्टर से जोड़ा जाता है और खेत में चलाने पर यह खुद-ब-खुद खेत को इस तरह तैयार कर देती है कि पानी का जमाव न हो.
यह तकनीक खासकर मक्का, चना, मूंगफली, सरसों, अरहर जैसी फसलों के लिए बहुत फायदेमंद है. यह सभी फसलें पानी की मात्रा को लेकर संवेदनशील होती हैं, इसलिए रेज्ड बेड तकनीक उन्हें सुरक्षा देती है.
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