सतना: धान की 206 बोरियों में मिले पत्थर, रेत और कंकड़, बड़े खरीद घोटाले का पर्दाफाश

सतना: धान की 206 बोरियों में मिले पत्थर, रेत और कंकड़, बड़े खरीद घोटाले का पर्दाफाश

यह पूरी साजिश बंडी गांव के शिवराजपुर धान खरीदी केंद्र में वैष्णो स्व-सहायता समूह ने रची. यहां बोरियों में धान के साथ बालू-पत्थर, कंकड़ भरकर जमा कराया जा रहा था. बंडी के वैष्णो देवी स्व-सहायता समूह ने मिलावटी धान जमा करने के लिए TC No.- 78, 79 और 80 के जरिये नागौद तहसील के कतकोन में बने शिव वेयरहाउस में मिलावटी धान का ट्रक भेजा था.

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धान की 206 बोरियों में मिले पत्थर, रेत और कंकड़, बड़े खरीद घोटाले का पर्दाफाशसतना में धान की बोरियों में मिले कंकड़, पत्थर

मध्यप्रदेश के सतना जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान की बोरियों में पत्थर और बालू मिलने का हैरतअंगेज मामला सामने आया है. बोरियों से धान को खुर्द-बुर्द कर उसकी तौल को मेंटेन करने के लिए स्व-सहायता समूह ने धान की बोरियों में पत्थर और रेत भर दी. इस घटना की भनक लगते ही एमपी स्टेट सिविल सप्लाइज कारपोरेशन और फ़ूड सप्लाई डिपार्टमेंट की संयुक्त टीम मौके पर पहुंच गई और बोरियों में भरे गए पत्थरों और रेत को अपने सामने निकलवा कर देखा. टीम ने मामले का पूरा पंचनामा तैयार कर लिया है और इस पर अब-स्व सहायता समूह की अध्यक्ष समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.

दरअसल, यह पूरी साजिश बंडी गांव के शिवराजपुर धान खरीदी केंद्र में वैष्णो स्व-सहायता समूह ने रची. यहां बोरियों में धान के साथ बालू-पत्थर, कंकड़ भरकर जमा कराया जा रहा था. बंडी के वैष्णो देवी स्व-सहायता समूह ने मिलावटी धान जमा करने के लिए TC No.- 78, 79 और 80 के जरिये नागौद तहसील के कतकोन में बने शिव वेयरहाउस में मिलावटी धान का ट्रक भेजा था. जब शिवराजपुर उपार्जन केंद्र से शिव वेयरहाउस नागौद में धान जमा करने पहुंचा और बोरियों को चेक किया गया तो मामला सामने आया.

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धान चेक करने वाली टीम यह देखकर हैरत में रह गई कि बोरियों में धान के साथ-साथ पत्थर, कंकड़ और बालू भी पर्याप्त मात्रा में मिलाई गई है. इस घटना से प्रशासनिक गलियारे में हड़कंप मच गया. दोनों विभागों की टीम मौके पर पहुंची और संबंधित स्व-सहायता समूह की सारी बोरियों को चेक किया गया. टीम ने अलग-अलग बोरियों से धान की सैंपलिंग की और धान की बोरियों को जमा करने पर रोक लगा दी.

satna paddy scam

जानकारी के मुताबिक, बंडी गांव का स्व-सहायता समूह ठेके पर चल रहा है. समूह और ठेकेदारों ने किसानों से साफ धान लेने के बाद अपने खातों में उसे दर्ज करा लिया. बाद में अपना घाटा पूरा करने के नाम पर पत्थर, मिट्टी, रेत और कंकड़ मिलाकर भंडारण कराने का प्रयास किया गया. वैष्णो स्व-सहायता समूह बंडी की अध्यक्ष सुषमा लोनिया हैं और सचिव सोना बाई दहायत हैं, जो कि ग्राम पंचायत बंडी की वर्तमान सरपंच भी हैं. इनके नाम पर योगेश पांडेय और त्रिभुवन पांडेय धान खरीदी कर रहे थे. 

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क्वालिटी मैनेजर ने जब धान की बोरियों को परखी से चेक किया तो पोल खुल गई. धान बोरियों की चेकिंग के दौरान बनाया गया वीडियो जब सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो जिला प्रशासन की नींद टूट गई. ट्रक में भेजी गई 394 धान की बोरियों में से 206 बोरियों में पत्थर, रेत, कंकड़ और मिट्टी पाया गया. जाहिर है यह सब धान के वजन को बढ़ाने के लिए किया गया था. जांच में प्रमाणित साक्ष्य मिलने पर सहायक आपूर्ति अधिकारी केएस भदौरिया ने कलेक्टर अनुराग वर्मा को अवगत कराया. उनके निर्देश पर थाने से अधिकारी पहुंचे, जहां पुलिस ने सुषमा लोनिया, योगेश पांडेय, विनीत पांडेय और सतीश गौतम के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 272, 273 और 120बी का अपराध दर्ज कर लिया.

जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी केके सिंह ने बताया कि यहां प्रथमदृष्टया देखने में यही आया है कि धान की क्वालिटी बेहद ही खराब है. इनके द्वारा खरीदी में बड़ी ही लापरवाही बरती गई है. उन्होंने कहा कि धान खरीदी में गड़बड़ी की गई है. पत्थर मिला है जो 400 ग्राम के आसपास का है. अन्य बारदानों में रेत, धूल, मिट्टी कंकड़ ये सब पाए गए हैं. धान की बोरियां 35 किलो, 36 किलो, 41 किलो और कुछ 42 किलो की मिली हैं.(सतना से योगीतारा की रिपोर्ट)

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