कुछ दिनों पहले गुजरात के खेड़ा जिले के महेमदावाद तहसील में हुई मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. खासकर बारिश का पानी खेतों में भर गया है. खेतों में उचित जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण, लंबे दिनों के बाद भी खेतों में पानी भरा हुआ है. ऐसे में किसानों को हुए भारी नुकशान के बाद महेमदावाद विधायक अर्जुन सिंह चौहान ने तहसील के सूरजपुरा, जालमपुरा, घोडासर, मोदज, दाजीपुरा और भूमापुरा गांवों में फसलों के नुकसान और वर्तमान स्थिति का निरीक्षण किया. उनके साथ गांव तलाटी और प्रांतीय अधिकारी सहित कई लोग मौजूद थे.
खेड़ा जिले में भारी बारिश के बाद खेत तालाब और झील जैसा हो गया है. अब आलम यह है कि जो भी फसलें किसानो ने कड़ी मेहनत कर के बोई थी, वह बर्बाद हो गई है. बारिश के बाद महेमदावाद के अंतिम छोर पर स्थित गांवों में बारिश के चार दिन बाद भी खेत पानी से लबालब हैं. पानी की निकासी नहीं हो पा रही है और किसानों की तकरीबन 3 से साढ़े 3 हजार बीघा में बोई हुई फसलें जलमग्न हो गई हैं. बारिश रुकने के 5 दिन बाद भी खेतों में जल भराव है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. इस नुकसान की भरपाई के लिए स्थानीय विधायक अर्जुन सिंह चौहान ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि इस क्षेत्र का सर्वेक्षण कराया जाए और किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की जाए.
विधायक अर्जुन सिंह चौहान ने कहा कि महेमदावाद तालुका के सूरजपुरा, जालमपुरा, घोडासर, मोदज, दाजीपुरा और भूमापुरा सहित 12 गांवों में वर्षों से समस्या का सामना करना पड़ रहा है. नहरों और एक्सप्रेस हाईवे के निर्माण के बाद, यहां के खेत बारिश के पानी से भर जाते हैं. हम इस स्थिति के स्थायी समाधान के लिए राज्य सरकार के समक्ष यह बात रखेंगे. इसके अलावा, इस स्तर पर कलेक्टर और कृषि अधिकारी भी सर्वेक्षण कर चुके हैं और किसानों को नुकसान का मुआवज़ा दिलाने के लिए कदम उठा रहे हैं.
खेड़ा जिले से गुजरने वाले अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेस के कारण महेमदावाद तहसील के किसानों की समस्याएं बढ़ गई हैं. यह एक्सप्रेसवे एक बड़े तटबंध का रूप ले चुका है, जिससे दोनों तरफ के खेतों में बारिश के पानी की निकासी की समस्या पैदा हो गई है. नतीजतन, यह समस्या हर साल पैदा होती है. हालांकि, अब लगता है कि स्थानीय विधायक और किसानों की मदद से आने वाले समय में कोई रास्ता निकल आएगा. (हेताली शाह की रिपोर्ट)
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today