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तेज धूप और गर्मी से गाय और मुर्गियों को बचाने के लिए ये उपाय अपनाएं झारखंड के किसान, पढ़ें आईएमडी की सलाह

तेज धूप और गर्मी से गाय और मुर्गियों को बचाने के लिए ये उपाय अपनाएं झारखंड के किसान, पढ़ें आईएमडी की सलाह

पशुओं को खाने में नमक की मात्रा बढ़ा दे. इसके साथ ही मवेशियों को रखने वाली जगह को कपड़े से ढंक दे ताकि सीधी धूप के संपर्क में उन्हें आने से बचाया जा सके. मुर्गीपालन में इस दौरान समस्याएं आ सकती है. क्योंकि मुर्गियां ठंड के मौसम के अलावा गर्मियों से अधिक प्रभावित होती है. अंडा उत्पादन पर असर पड़ता है

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गर्मी से मुर्गियों को कैसे बचाएं (सांकेतिक तस्वीर) गर्मी से मुर्गियों को कैसे बचाएं (सांकेतिक तस्वीर)

झारखंड के 24 में से 22 जिले इस वक्त भीषण गर्मी की चपेट में हैं. इनमें से आधे जिलों में हीट वेव को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है बाकी जिलों में हीट वेव को लेकर ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया गया है. तेज धूप और गर्मी का असर खेत में लगी खड़ी फसलों पर भी पड़ रहा है इसके अलावा पशुओं को भी इससे नुकसान हो रहा है. फसलों को इससे बचाव के लिए रांची स्थित मौसस विज्ञान केंद्र की तरफ से किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. इसका पालन करके किसान फसलों और मवेशियों को गर्मी से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं साथ ही खुद को होने वाले नुकसान से बच सकते हैं. 

पशुपालकों के लिए जारी सलाह में कहा गया है कि अत्यधिक गर्मी के कारण पशुओं में भूख की कमी हो सकती है साथ ही उनके दूध उत्पादन क्षमता में भी कमी आ सकती है. इससे बतावे के लिए पशुओं को हैंडपंप, कुआं या नहर का स्वच्छ पानी पिलाएं. पशुओं को खाने में नमक की मात्रा बढ़ा दे. इसके साथ ही मवेशियों को रखने वाली जगह को कपड़े से ढंक दे ताकि सीधी धूप के संपर्क में उन्हें आने से बचाया जा सके. इसके साथ ही मुर्गीपालन में इस दौरान समस्याएं आ सकती है. क्योंकि मुर्गियां ठंड के मौसम के अलावा गर्मियों से अधिक प्रभावित होती है. अंडा उत्पादन पर असर पड़ता है और मुर्गियों की प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है. 

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इस तरह रखें मुर्गियों का ख्याल

मुर्गियों के गर्मी के प्रभाव से बचाने के लिए गर्मी के मौसम में एक छोटी जगह पर अधिक मुर्गियां नहीं रखें. मुर्गियों के शेड में पानी के बर्तनों की संख्या को बढ़ा दे. मुर्गियों को प्लास्टिक के बर्तन में पानी नहीं देकर धातु के बर्तन में स्वच्छ और ताजा पानी पीने के लिए दें. मुर्गियों के शेड में छज्जों के साथ टाट या जूट की बोरी को लटका दे. उसमें पानी का छिड़काव करें. लटकाए गए बोरे या टाट को खिड़कियों से दूर रखें नहीं तो हवा के बहाव में कमी आ सकती है. इसके साथ ही दोपहर के बाद मुर्गियों को खाने के लिए गीला खाना दें. 

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खेतों में बनाए रखें नमी

सब्जियों को लेकर जारी किए गए सलाह में कहा गया है कि धूप के कारण सब्जियों के फल सड़ सकते हैं. पौधों के विकास में कमी आ सकती है. तेज धूप के कारण सब्जियों और फसलों के फल और फूल गिर सकते हैं. खेत में लगे ककड़ी, करेला और खीरा जल्दी सूख सकते हैं. टमाटर के फल जल सकते हैं या उनमें फटने की समस्या आ सकती है. सब्जियों में सफेद मक्खी का प्रकोप देखा जा सकता है. इससे बचाव के सिए नर्सरी में छोटे पौधों को ढंककर रखें. खड़ी सब्जियों को सुबह और शाम के समय सिंचाई करें. खेतों को निराई गुड़ाई करके मिट्टी को भुरभुरा बनाए रखें इससे खेत की नमी बनी रहेगी. इसके अलावा गरमा धान और मूंग की खेती में भी सुबह और शाम के समय सिंचाई करें.