आंध्र प्रदेश के चित्तूर में उगाए जाने वाले तोतापुरी आमों का मामला अब गहराता जा रहा है. इसकी खेती करने वाले किसान पिछले काफी समय से कीमतों में गिरावट से काफी परेशान हैं. मंगलवार को जब आंध्र प्रदेश के कृषि मंत्री किंजरापु अत्चन्नायडू ने नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की तो उसमें भी इस पर चर्चा की गई. उन्होंने अब केंद्र से अपील की है कि जिले में तोतापुरी आम की खेती करने वाले किसानों को मदद दी जाए.
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू के साथ अत्चन्नायडू ने कृषि मंत्री से आंध्र प्रदेश के किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की. इसके साथ ही उन्होंने कृषि क्षेत्र के विकास के लिए बड़े स्तर पर मदद की मांग की. उन्होंने तोतापुरी आम के किसानों की दुर्दशा पर प्रकाश डाला, जिन्हें कीमतों में भारी गिरावट के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
बाजार में कीमतें 8 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे गिर गई हैं. इस वजह से राज्य के कृषि मंत्री ने बाजार हस्तक्षेप योजना की मांग की. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत मूल्य न्यूनतम भुगतान (पीडीपी) प्रणाली के तहत 12 रुपये का न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए सरकारी हस्तक्षेप की जरूरत है.
अत्चन्नायडू ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह को बताया बाजार को स्थिर करने के लिए करीब 6.5 लाख मीट्रिक टन तोतापुरी आम की उपज की खरीद की जरूरत है. प्रस्तावित योजना के तहत, पल्प यूनिट्स और व्यापारी 8 रुपये प्रति किलोग्राम का भुगतान करेंगे. जबकि राज्य सरकार किसानों की सहायता के लिए 4 रुपये (कुल 260 करोड़ रुपये) का खर्च उठाने के लिए तैयार है.
अच्चन्नायडू ने केंद्र से बाकी लागत को पूरा करने के लिए समान धनराशि उपलब्ध कराने की अपील भी की है. उन्होंने अनुमान लगाया कि कुल खर्च करीब 780 करोड़ रुपये होगा जिसमें से 520 करोड़ रुपये इकाइयों और व्यापारियों की तरफ से दिए जाएंगे. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह आर्थिक मदद किसानों को ज्यादा से ज्यादा उत्पादन और पल्प यूनिट्स में होने वाले नुकसान से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही उन्होंने प्रस्ताव दिया कि केंद्र रायलसीमा, प्रकाशम और उत्तरी तटीय आंध्र के किसानों की मदद के लिए उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के समान एक विशेष पैकेज प्रदान करे. उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए गुंटूर में मिर्च बोर्ड, श्रीकाकुलम में काजू बोर्ड और चित्तूर में आम बोर्ड की स्थापना की भी वकालत की.
वहीं वाईएसआरसीपी के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी गुरुवार को आम उत्पादकों से मुलाकात करके उनकी शिकायतें सुनेंगे. अनंतपुर रेंज के डीआईजी सेमुशी बाजपेयी और चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) वीएन मणिकांत चांडोलू ने एक बयान में कहा कि मुलाकात स्थल मैंगो यार्ड में केवल 500 किसानों को जाने की अनुमति है और स्थल पर प्रवेश को लेकर कड़ी पाबंदियां लागू हैं.
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