झुंझुनू उपचुनाव: बचेगा ओला परिवार का दबदबा या बीजेपी होगी कामयाबा, गुढ़ा ने बना दिया त्रिकोणीय मुकाबला

झुंझुनू उपचुनाव: बचेगा ओला परिवार का दबदबा या बीजेपी होगी कामयाबा, गुढ़ा ने बना दिया त्रिकोणीय मुकाबला

झुंझुनू विधानसभा कांग्रेस का गढ़ रही है. पिछले 4 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से ओला परिवार का दबदबा रहा है. 1996 में उपचुनाव में ही डॉ. मूलसिंह शेखावत ने बीजेपी का खाता खोला था. फिर इसी सीट पर 2003 में बीजेपी की सुमित्रा सिंह ने जीत दर्ज की थी.

Advertisement
झुंझुनू उपचुनाव: बचेगा ओला परिवार का दबदबा या बीजेपी होगी कामयाबा, गुढ़ा ने बना दिया त्रिकोणीय मुकाबलाझुंझुनू उपचुनाव में कांग्रेस-बीजेपी में मुकाबला

राजस्थान में 13 नवंबर को 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इसमें झुंझुनू विधानसभा की सीट भी शामिल है. झुंझुनू विधानसभा से कांग्रेस के बृजेंद्र ओला के सांसद बनने के बाद झुंझुनू विधानसभा की सीट खाली हुई है. 1957 में जब से शीशराम ओला चुनाव जीते तब से महज दो बार ही ओला परिवार के बाहर का व्यक्ति इस सीट से जीता है. झुंझुनू विधानसभा में 1952 के बाद दो बार गैर कांग्रेसी जीते हैं वो भी एक बार उपचुनाव में. पिता विधायक बृजेंद्र ओला के झुंझुनू से सांसद बनने के बाद यहां उपचुनाव हो रहे हैं.

ओला परिवार की तीसरी पीढ़ी अमित ओला पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. हालांकि अमित ओला की पत्नी आकांक्षा ओला दिल्ली से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं. ओला परिवार का दबदबा खत्म करने के लिए इस बार बीजेपी ने पूरी ताकत लगा रखी है. मगर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने निर्दलीय ताल ठोककर मुकाबले तो त्रिकोणीय बना दिया है. बीजेपी ने भी जाट उम्मीदवार राजेंद्र भांबू को प्रत्याशी बनाया है.

ये भी पढ़ें: मॉनसून ने बदला महाराष्ट्र चुनाव का मिजाज? पूरे प्रचार में खेती-बाड़ी के मुद्दे गायब

क्या है झुंझुनू का समीकरण

यदि बात वोटर्स की करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में करीब 274533 वोटर्स हैं जिनमें 142708 पुरुष मतदाता और 131820 महिला मतदाता हैं. इस क्षेत्र में थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 05 है और 3343 सेवा नियोजित मतदाता हैं. अब इस सीट के जातिगत समीकरण की बात करें तो झुंझनू जाट बहुल सीट है. यहां जाटों की संख्या सबसे ज्यादा है. यहां चुनाव का सारा दारोमदार इस बार मुस्लिम मतदाताओं पर है.

  • जाट मतदाता करीब 67 हजार
  • मुस्लिम मतदाता करीब 49 हजार
  • राजपूत मतदाता करीब 28 हजार
  • एससी मतदाता करीब 42 हजार
  • माली मतदाता करीब 24 हजार
  • एसटी मतदाता करीब 3500
  • ब्राह्मण मतदाता करीब 20 हजार
  • वैश्य मतदाता करीब 8 हजार
  • गुर्जर मतदाता करीब 4 हजार
  • कुम्हार मतदाता करीब 8 हजार
  • खाती मतदाता करीब 7 हजार
  • नाई मतदाता करीब 2 हजार
  • स्वामी मतदाता करीब 1500


ओला अपने परंपरागत जाट, मुस्लिम और एससी वोटों पर निर्भर हैं तो भांबू जाट और मूल ओबीसी समेत स्वर्ण वोट पर दांव खेल रहे हैं. गुढ़ा राजपूत, मुस्लिम और एससी वोटों को अपनी तरफ करने में लगे हैं.

दो चुनाव से बीजेपी के बागी बीजेपी का खेल बिगाड़ रहे थे, मगर इस बार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बगावत नहीं होने दी. इसके पहले 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार बबलू चौधरी को 57 हजार तो बागी राजेंद्र भांबू को 22 हजार वोट आए थे. इससे पहले 2018 में बीजेपी के उम्मीदवार राजेंद्र भांबू को 35 हजार तो बागी बबलू चौधरी को 29 हजार वोट आए थे. कांग्रेस में ओला परिवार के बाहर किसी को टिकट नहीं मिलता है.

ये भी पढ़ें: नवाब मलिक को लेकर BJP और महायुति में मतभेद! टिकट पर गहराया संकट

झुंझुनू विधानसभा कांग्रेस का गढ़ रही है. पिछले 4 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से ओला परिवार का दबदबा रहा है. 1996 में उपचुनाव में ही डॉ. मूलसिंह शेखावत ने बीजेपी का खाता खोला था. फिर इसी सीट पर 2003 में बीजेपी की सुमित्रा सिंह ने जीत दर्ज की थी.(शरत कुमार की रिपोर्ट)

 

POST A COMMENT