Fish Pond Care: मछलियों के तालाब में क्यों जरूरी है चूने-गोबर का इस्तेमाल, जानें एक्सपर्ट के टिप्स Fish Pond Care: मछलियों के तालाब में क्यों जरूरी है चूने-गोबर का इस्तेमाल, जानें एक्सपर्ट के टिप्स
Fish Pond Care in Rainy Season बरसात के दिनों में मछलियों के तालाब का पानी जल्दी प्रदूषित हो जाता है. इसकी एक पहचान ये है कि पानी का रंग हरा हो जाता है. साथ ही तालाब में मछली का बीज डालने से पहले तालाब से जलीय खर-पतवार को बाहर निकालना जरूरी होता है. इसीलिए तालाब में चूने और गोबर का इस्तेमाल किया जाता है.
मछली पालक बरतें सावधानीनासिर हुसैन - New Delhi,
- Jul 15, 2025,
- Updated Jul 15, 2025, 11:34 AM IST
Fish Pond Care in Rainy Season मछलियों की ग्रोथ में जितना रोल फीड और दवाईयों का होता है उतना ही तालाब के पानी का भी है. अगर पानी प्रदूषित होगा तो मछलियों पर फीड और दवाईयां भी असर नहीं करेंगी. फिशरीज एक्सपर्ट (Fisheries Expert) डॉ. मनोज शर्मा ने किसान तक (Kisan Tak) को बताया कि मछली पालन में मुनाफा तभी होता है जब मछलियों का वजन तेजी से बढ़े. और इसके लिए जरूरी है कि मछलियों के तालाब (Fish Pond) को प्रदूषण मुक्त रखा जाए. इसलिए ये जरूरी है कि खासतौर पर बरसात के दिनों में तालाब के पानी में चूना और गोबर (Dung) मिलाया जाए.
मछलियों के तालाब को प्रदूषण मुक्त रखने को क्या करें?
- तालाब के पानी का रंग हरा होते ही चूने-गोबर का इस्तेमाल बंद कर दें.
- पानी का रंग बदलते ही 15 दिन से लेकर एक महीने के लिए चूने-गोबर का इस्तेमाल बंद कर दें.
- बरसात के दौरान ज्यादा बारिश होने पर तालाब में चूने का इस्तेमाल करें.
- ज्यादा बारिश के दौरान एक एकड़ के तालाब में 15 से 20 किलो चूने का घोल बनाकर डाल दें.
मछली बीज के लिए नर्सरी तालाब कैसे तैयार करें?
- नर्सरी तालाब को दोबारा इस्तेमाल करने से पहले उसे पूरी तरह सुखा लें.
- नर्सरी तालाब को दोबारा तैयार करने के लिए अच्छी तरह से गोबर-चूना डालें.
- प्रति एक एकड़ तालाब में एक से दो हजार किलो गोबर और 50 किलो चूने का इस्तेमाल करें.
- नर्सरी तालाब में गोबर-चूना डालने के बाद एक फिट तक पानी भर दें
- गोबर-चूना डालने के बाद 5 से 7 दिन बाद तालाब में 5 फिट पानी भर दे
- पांच फिट पानी भरने के बाद एक एकड़ के तालाब में 20 लाख बीज (स्पॉन) का इस्तेमाल करें.
- जब नर्सरी तालाब से बीज निकालना हो तो एक दिन पहले फीड बंद कर दें.
- बीज को हमेशा ट्रांसपोर्ट करते वक्त ठंडे वातावरण का इस्तेमाल करें, जैसे सुबह-शाम.
- तालाब से खरपतवार साफ करने के लिए एक एकड़ तालाब में तीन किलोग्राम 2-4 D दवा का इस्तेमाल करें.
निष्कर्ष-
बाजार में मछलियों के दाम उनके वजन और वो कितनी फ्रेश यानि ताजा है उसके हिसाब से तय होते हैं. और मछली जितनी हेल्दी होगी उतना ही वो तालाब से निकलने के बाद फ्रेश रहेगी. इसलिए तालाब में मछलियों को हेल्दी रखने के लिए उन्हें बीमारियों से दूर रखना जरूरी हो जाता है.
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