Animal Care: बदलते मौसम में कैसे करें गाय-भैंस की देखभाल, एक्सपर्ट ने बताए 15 टिप्स 

Animal Care: बदलते मौसम में कैसे करें गाय-भैंस की देखभाल, एक्सपर्ट ने बताए 15 टिप्स 

Animal Care in Rainy Season खासतौर पर इस बदलते मौसम में दूध देने वाले पशुओं को सुविधानुसार गाभिन भी कराया जाता है. जिन पशुओं को बीती सर्दी की शुरुआत में गाभिन कराया गया होता है तो वो इस दौरान बच्चा देने वाले होते हैं. इसलिए भी पशुओं की ज्यादा देखभाल करनी होती है. अगर इस दौरान जरा सी भी लापरवाही हुई तो पशु की जान जोखि‍म में आ जाती है. 

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Animal Care in Rainy Season बदलता मौसम जहां बीमारियां लेकर आता है, वहीं इसके चलते उत्पादन करने वाले पशु तनाव (Animal in Stress) में भी आ जाते हैं. और ये वो कारण हैं जिसके चलते पशु का उत्पादन घट जाता है. सेंट्रल बफैलो रिसर्च इंस्टीट्यूट (CIRB), हिसार हरियाणा के रिटायर्ड साइंटिस्ट डॉ. सज्जन सिंह ने किसान तक (Kisan Tak) को बताया कि अगर बदलते मौसम के दौरान गाय-भैंस के चारे, पीने का पानी और शेड में उसकी अच्छी तरह से देखभाल की जाए तो संक्रमण को कंट्रोल किया जा सकता है. 

क्या प्रजनन के लिए खास है ये महीना 

  • जुलाई में पशुपालक अपनी गाय-भैंस से बच्चा लेते हैं. 
  • बहुत सारे पशुओं को इस महीने में गाभि‍न भी कराया जाता है. 
  • बच्चा देने वाले और गाभि‍न होने वाले पशुओं को बरसात की ठंडक से बचाना चाहिए. 
  • भैंस को मुर्राह नस्ल के नर से या कृत्रिम गर्भाधान कराएं. 
  • बच्चा देने के 60-70 दिन बाद पशु दोबारा हीट में ना आए तो जांच कराएं. 
  • गाय-भैंस को हीट में लाने के लिए मिनरल मिक्चर खिलाएं. 

बरसात में कौन-कौन से उपाय करने चाहिए

  • एनिमल शेड को बाहरी कीड़ों से बचाने को दवाई का छिड़काव करें. 
  • पशुओं के पेट में कीड़े न हों इसके लिए कृमिनाशक दवाई खि‍लाएं. 
  • पशुओं को थैनेला रोग से बचाने के लिए डाक्टर की सलाह पर उपाय करें. 
  • बछड़े को बैल बनाने के लिए 6 महीने की उम्र पर बधिया करा दें.

बरसात में हरे चारे का कैसे रखें ख्याल 

  • ज्यादा हरा चारा लेने के लिए बरसीम बीएल 10, बीएल 22 और बीएल 42 लगाएं. 
  • बरसीम के साथ सरसों की चाइनीज कैबिज या जई मिलाकर भी बिजाई कर सकते हैं.
  • बरसीम के साथ राई मिलाकर बिजाई करने से पौष्टिकता-उपज दोनों ही बढ़ती हैं.
  • बरसीम की बिजाई नए खेत में कर रहे हैं तो पहले राइजोबियम कल्चर उपचारित कर लें.
  • जई और बरसीम की बिजाई के लिए अक्टू‍बर का वक्त अच्छा माना जाता है.  
  • जई का ज्यादा चारा लेने के लिए ओएस 6, ओएल 9 और कैन्ट की बिजाई करें.

निष्कर्ष-

गर्मी के बाद बरसात यानि बदलता मौसम, यही वो मौसम है जब दुधारू पशुओं के शेड में संक्रमण फैलता है. लेकिन इसकी रोकथाम के लिए जरूरी है कि हम पशुओं की देखभाल को लेकर अलर्ट होने के साथ ही शेड में बायो सिक्योरिटी का पालन भी करें. 

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