Poultry Egg-Chicken : ये होगा आने वाले वक्त में पोल्ट्री का भविष्य, अंडे-चिकन की बिक्री पकड़ेगी रफ्तार Poultry Egg-Chicken : ये होगा आने वाले वक्त में पोल्ट्री का भविष्य, अंडे-चिकन की बिक्री पकड़ेगी रफ्तार
Poultry Product Egg-Chicken अंडे-चिकन के कारोबार से जुड़ा पोल्ट्री सेक्टर हर साल तेजी से बढ़ रहा है. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि खासतौर पर चिकन खरीदने और बेचने के तरीकों में बदलाव आ रहा है. स्लाटरिंग और बिक्री के कानूनों में भी संशोधन की तैयारी चल रही है. लोग अब अपने सामने मुर्गा कटवा कर फ्रेश खरीदने के बजाए फ्रोजन की तरफ जा रहे हैं. अंडों की डिमांड भी आनलाइन बढ़ गई है.
American companies renting out chickensनासिर हुसैन - New Delhi,
- Jul 24, 2025,
- Updated Jul 24, 2025, 4:27 PM IST
Poultry Product Egg-Chicken कोरोना के बाद से अंडे-चिकन की डिमांड बढ़ी है. हर साल पोल्ट्री सेक्टर आठ से 10 फीसद की रेट से बढ़ रहा है. पोल्ट्री एक्सपर्ट और पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के ज्वाइंट सेक्रेटरी रिकी थापर ने किसान तक को बताया कि आने वाला वक्त पोल्ट्री सेक्टर का है. आनलाइन और ई-कॉमर्स से अंडे-चिकन की बिक्री बढ़ेगी. गीले चिकन की डिमांड अब आनलाइन में ट्रांसफर हो रही है. प्रोसेसिंग, कोल्ड चेन और रिटेल में बिक्री काउंटर के मौके बढ़ेंगे. इंडियन फूड एक्ट को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के मुताबिक संशोधित किया जा रहा है. और भविष्य में हमें इन्हीं कानूनों का पालन करना होगा क्योंकि खाद्य सुरक्षा महत्वपूर्ण हो जाती है.
क्या कृषि के मुकाबले तेजी से बढ़ रहा है पोल्ट्री सेक्टर?
- कृषि की बढ़ोतरी दर 1.4 फीसद है, जबकि पोल्ट्री में लेयर्स 7.5 और ब्रायलर में नौ फीसद है.
- पोल्ट्री में चिकन और अंडे को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय सहायता का लाभ उठाना चाहिए.
- हाल ही में सरकार ने विशेष पशुधन क्षेत्र पैकेज, पशु बुनियादी ढांचा विकास कोष की घोषणा की है.
- भारत में ब्रांडेड अंडों का चलन तेजी से बढ़ रहा है, इस दिशा में भी सोचने की जरूरत है.
क्या है फूड प्रोसेसिंग सेक्टर का भविष्य?
- फूड प्रोसेसिंग सेक्टर तीन से पांच साल में खास इंडस्ट्री बनने जा रहा है.
- पोल्ट्री सेक्टर करीब 10 फीसद की दर से लगातार बढ़ रहा है.
- पोल्ट्री एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए फूड एक्ट में बदलाव किया जा रहा है.
- फूड एक्ट से जुड़े कानूनों का पालन करना जरूरी होगा.
- रिटेल चेन बनाए रखने के लिए प्रोसेसिंग यूनिट, कोल्ड चेन सुविधा और बिक्री काउंटर की जरूरत होगी.
- मौजूदा इंडियन फूड मार्केट 700 अरब डालर को पार कर सकता है.
- ताजा कटा चिकन बाजार रेडी टू कुक की तरफ बढ़ रहा है.
- चिकन बाजार में स्वच्छता, सप्लाई में विश्वास और उचित मूल्य मौजूद है.
- आने वाले वर्षों में ऑनलाइन और ई-कॉमर्स मार्केट में चिकन और अंडों की खपत बढ़ने की उम्मीद है.
- नई टेक्नोलॉजी अपनाने की जरूरत है जिससे सुराक्षित फूड प्रोडक्ट तैयार कर वक्त से सप्लाई हो सके.
निष्कर्ष-
पोल्ट्री एक्सपर्ट के मुताबिक पोल्ट्री सेक्टर में अंडे और चिकन का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन इस रफ्तार को बनाए रखने और बढ़ाने के लिए जरूरी है कि पोल्ट्री की बड़ी जरूरत फीड की परेशानी दूर की जाए. बीते कुछ साल से ये सेक्टर अच्छे फीड की कमी और महंगाई से जूझ रहा है.
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