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National Livestock Mission: पशुपालन के लिए लोन पर मिल रही 50 फीसद की छूट, ये 16 दस्तावेज हैं तो मिलेगा फायदा

National Livestock Mission: पशुपालन के लिए लोन पर मिल रही 50 फीसद की छूट, ये 16 दस्तावेज हैं तो मिलेगा फायदा

दूध-मीट, अंडा और मछली बाजार में डिमांड तेजी से बढ़ रही है. कोरोना और तमाम तरह की आ रहीं नई-नई बीमारियों से बचने के लिए अब लोग हैल्थ और खानपान को लेकर जागरूक हो रहे हैं. इसी के चलते एनिमल प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ी है. दूध उत्पादन में भारत विश्व में पहले तो अंडे में दूसरे स्थान पर है. 

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भैंसों का प्रतीकात्मक फोटो. भैंसों का प्रतीकात्मक फोटो.

गाय-भैंस और भेड़-बकरी पालन सेक्टर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. गाय के दूध से बने घी की डिमांग को देखते हुए लगातार छोटी-बड़ी डेयरियां खुल रही हैं. ऐसे ही दूध और मीट के बाजार में बकरे-बकरियों की भी खूब डिमांड है. सरकारी आंकड़ों पर जाएं तो सबसे ज्यादा तेजी से भेड़-बकरी पालन बढ़ रहा है. सिर्फ कारोबार ही नहीं रोजगार के लिहाज से भी युवा इसे आज वरीयता दे रहे हैं. पशुपालन सेक्टर को बढ़ावा देने और युवाओं के लिए रोजगार-कारोबार के मौके खोलने के लिए केन्द्र सरकार भी इसमे खूब मदद कर रही है. हालांकि ये बहुत मोटी लागत वाले काम हैं, लेकिन सरकार की नेशनल लाइव स्टॉक मिशन योजना इसे आसान बना रही है. 

अगर कोई भी पशुपालन और इससे जुड़े तीन तरह के काम करना चाहता है तो सरकार उसे 50 फीसद की सब्सिुडी देती है. बाकी की लागत आवेदक को खुद लगानी होती है. लेकिन इसके लिए सबसे पहले जरूरी ये है कि सरकार के बताए गए 16 तरह के दस्तावेज आपके पास होने चाहिए. तभी आपको इसका फायदा मिलेगा. वर्ना केन्द्र-राज्य सरकार के विभाग या बैंक द्वारा आपकी फाइल को लौटा दिया जाएगा.  

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NLM में इन तीन काम के लिए मिलती है सब्सिडी 

जानकारों का कहना है कि पशुपालन और पोल्ट्री में नस्ल सुधार पर काम करने के लिए केन्द्र सरकार परियोजना की कुल लागत पर 50 फीसद सब्सिडी देती है. पशुपालन में आज चारा जैसी परेशानी से निपटने के लिए केन्द्र सरकार चारा बीज में सुधार करना समेत चारा ब्लॉक बनाने, हे, बेलिंग और साइलेज बनाने वाली यूनिटों को प्रोत्साहित करने के लिए 50 फीसद सब्सिडी दे रही है. लाइव स्टॉक की नस्ल सुधार और चारा समेत चारा बीज को बढ़ावा देने के लिए उस पर होने वाली रिसर्च पर काम करने वाले संस्थानों, यूनिवर्सिटी, संगठनों को प्रोत्साहित करना, पशुधन बीमा और नवाचार को प्रोत्साहित करना भी इस योजना में शामिल है.

NLM की सब्सिडी के लिए जरूरी हैं ये दस्तावेज

  • डेयरी-पोल्ट्री, पशुपालन की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) जिसमें परियोजना की लागत होगी.
  • भूमि दस्तावेज का मालिकाना हक, लीज डीड, किराया एग्रीमेंट आदि जो भी हो.
  • जीपीएस कैमरे द्वारा परियोजना स्थल की तस्वीरें.
  • परियोजना में आवेदक की हिस्सेदारी का दस्तावेजी प्रमाण.
  • आवेदक के साथ जुड़े किसानों की सूची जिसमें नाम, आधार संख्या, मोबाइल नंबर, पता शामिल हो.
  • आवेदक का पैन कार्ड, आधार कार्ड और फोटो.
  • जाति प्रमाण पत्र यदि लागू हो, शिक्षा प्रमाण पत्र, प्रशिक्षण प्रमाण पत्र.
  • पहले की गई किसी भी पशुपालन गतिविधि के बारे में अनुभव पत्र या प्रमाण पत्र.
  • जीएसटी पंजीकरण प्रमाणपत्र (कंपनी के मामले में).
  • इनकॉरपोरेशन सर्टिफिकेट (कंपनी के मामले में)
  • पॉर्टनरशि‍प डीड (साझेदारी फर्म के मामले में)
  • पता प्रमाण पत्र जैसे, चुनाव आयोग का फोटो पहचान पत्र, बिजली बिल, पानी बिल, टेलीफोन बिल, पासबुक, किराया समझौता आदि.
  • पिछले तीन साल का ऑडिट किया गया वार्षिक वित्तीय विवरण अगर हो तो.
  • पिछले तीन साल का आयकर रिटर्न अगर लागू हो तो.
  • पिछले छह महीनों का बैंक स्टेटमेंट
  • बैंक अधिदेश फॉर्म के साथ रद्द किया गया चेक.

यहां करें आवेदन

कोई भी इच्छुक आवेदक एनएलएम पोर्टल www.nlm.udyamimitra.in के माध्यम से आवेदन कर सकता है.

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