गाय-भैंस और भेड़-बकरी पालन सेक्टर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. गाय के दूध से बने घी की डिमांग को देखते हुए लगातार छोटी-बड़ी डेयरियां खुल रही हैं. ऐसे ही दूध और मीट के बाजार में बकरे-बकरियों की भी खूब डिमांड है. सरकारी आंकड़ों पर जाएं तो सबसे ज्यादा तेजी से भेड़-बकरी पालन बढ़ रहा है. सिर्फ कारोबार ही नहीं रोजगार के लिहाज से भी युवा इसे आज वरीयता दे रहे हैं. पशुपालन सेक्टर को बढ़ावा देने और युवाओं के लिए रोजगार-कारोबार के मौके खोलने के लिए केन्द्र सरकार भी इसमे खूब मदद कर रही है. हालांकि ये बहुत मोटी लागत वाले काम हैं, लेकिन सरकार की नेशनल लाइव स्टॉक मिशन योजना इसे आसान बना रही है.
अगर कोई भी पशुपालन और इससे जुड़े तीन तरह के काम करना चाहता है तो सरकार उसे 50 फीसद की सब्सिुडी देती है. बाकी की लागत आवेदक को खुद लगानी होती है. लेकिन इसके लिए सबसे पहले जरूरी ये है कि सरकार के बताए गए 16 तरह के दस्तावेज आपके पास होने चाहिए. तभी आपको इसका फायदा मिलेगा. वर्ना केन्द्र-राज्य सरकार के विभाग या बैंक द्वारा आपकी फाइल को लौटा दिया जाएगा.
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जानकारों का कहना है कि पशुपालन और पोल्ट्री में नस्ल सुधार पर काम करने के लिए केन्द्र सरकार परियोजना की कुल लागत पर 50 फीसद सब्सिडी देती है. पशुपालन में आज चारा जैसी परेशानी से निपटने के लिए केन्द्र सरकार चारा बीज में सुधार करना समेत चारा ब्लॉक बनाने, हे, बेलिंग और साइलेज बनाने वाली यूनिटों को प्रोत्साहित करने के लिए 50 फीसद सब्सिडी दे रही है. लाइव स्टॉक की नस्ल सुधार और चारा समेत चारा बीज को बढ़ावा देने के लिए उस पर होने वाली रिसर्च पर काम करने वाले संस्थानों, यूनिवर्सिटी, संगठनों को प्रोत्साहित करना, पशुधन बीमा और नवाचार को प्रोत्साहित करना भी इस योजना में शामिल है.
कोई भी इच्छुक आवेदक एनएलएम पोर्टल www.nlm.udyamimitra.in के माध्यम से आवेदन कर सकता है.
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