राजस्थान में मधुमक्खी पालक किसानों की समस्याओं और जरूरतों पर अब सरकार ध्यान देने लगी है. राज्य सरकार प्रदेश के किसानों को आय के नए स्रोत उपलब्ध करवाने की दिशा में काम भी कर रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहन देने के लिए किसानों को अनुदान, किट एवं प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के लिए 25.67 करोड़ रूपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दी है.
इसके अलावा प्रदेशभर के 38 कृषि महाविद्यालयों में लैब के उपकरणों की खरीद के लिए 13.40 करोड़ रूपए मंजूर किए हैं.
सीएम गहलोत की स्वीकृति से प्रदेश के भरतपुर, श्रीगंगानगर, अलवर, धौलपुर सहित विभिन्न जिलों के 10 हजार किसान लाभान्वित होंगे. ये किसान किसी ना किसी तरह मधुमक्खी पालन से जुड़े हुए हैं. प्रस्ताव के अनुसार 2500 किसानों को मधुमक्खी पालन के लिए प्रति किसान 50 मधुमक्खी बॉक्स और 50 मधुमक्खी कॉलोनी के लिए लागत राशि की 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी.
साथ ही प्रति किसान एक बी-किपिंग किट के लिए भी सब्सिडी दी जाएगी. इसके अलावा 7500 किसानों को मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. साथ ही मधुक्रान्ति पोर्टल पर मधुमक्खी पालक किसान के रूप में इनका पंजीकरण किया जाएगा.
ये भी पढ़ें- Rajatshan: 10 दिन बढ़ी एमएसपी पर सरसों खरीद की मियाद, लक्ष्य से बहुत पीछे सरकार
किसानों को प्रशिक्षण, अनुदान व किट उपलब्ध करवाने के लिए राशि किसान कल्याण कोष से उपलब्ध करवाई जाएगी. मुख्यमंत्री कार्यलय से मिली जानकारी के अनुसार सीएम के इस निर्णय से एक ओर जहां प्रदेश में मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहन मिलेगा. वहीं, इस लाभकारी व्यवसाय से जुड़ने से किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी. सीएम गहलोत ने इस संबंध में बजट 2023 में घोषणा की थी.
ये भी पढ़ें- Sugarcane Part-1: राजनीति थमी तो शुगर मिलें चमकीं, गन्ना उद्योग ऐसे पकड़ रहा है रफ्तार
मधुमक्खी किसानों को सब्सिडी के अलावा राज्य सरकार ने एक और निर्णय लिया है. इससे कृषि विषय की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को फायदा होगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के 38 कृषि महाविद्यालयों में प्रयोगशाला कामों के लिए उपकरणों की खरीद के लिए 13.40 करोड़ रूपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दी है.
गहलोत की इस स्वीकृति से कृषि महाविद्यालयों में आवश्यक संसाधन तथा उपकरणों की खरीद हो सकेगी. इनमें 2022-23 से चल रहे 29 कृषि महाविद्यालयों में प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के लिए 40-40 लाख रूपए के उपकरण खरीदे जाएंगे. साथ ही, 2023-24 सत्र में नौ कृषि महाविद्यालयों में प्रथम वर्ष के लिए 20-20 लाख रूपए के उपकरण खरीदे जाएंगे. इससे विद्यार्थियों को पढ़ाई में आसानी होगी.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today