Gir Cow Milking: ब्राजील की तीन दिन में 360 लीटर दूध देने वाली गाय का ये है गुजरात कनेक्शन Gir Cow Milking: ब्राजील की तीन दिन में 360 लीटर दूध देने वाली गाय का ये है गुजरात कनेक्शन
Girlando Cow Milking विदेशी नस्ल की जर्सी और हॉल्स्टीन फ़्रिसियन (एचएफ) गाय को हमने खूब दूध देते हुए देखा है. एचएफ ने तो रिकॉर्ड 84 लीटर तक दूध दिया है. देसी नस्ल की बात करें तो गुजरात की गिर गाय भी 15 से 20 लीटर तक दूध दे देती है. देसी नस्ल की गाय में ये आंकड़ा बड़ा माना जाता है. वर्ना तो ेसी भी गाय हैं जो मुश्किल से तीन-चार लीटर ही दूध देती हैं.
इस गौशाला में गायों की कुंडली बनाई जाती हैनासिर हुसैन - New Delhi,
- Aug 12, 2025,
- Updated Aug 12, 2025, 11:12 AM IST
Girlando Cow Milking गाय के दूध देने की बात करें तो एक दिन में 4-5 लीटर से लेकर 7-8 लीटर तक दूध दे देती हैं. कुछ अच्छी नस्ल की ऐसी गाय भी हैं जो 10-15 लीटर से लेकर 15-20 लीटर तक दूध देती हैं. लेकिन जिस गाय के बारे में हम आपको इस खबर में बताने जा रहे हैं वो एक दिन में 120 लीटर दूध देती है. हाल ही में ब्राजील में हुए एक मिल्किंग कॉम्पीटीशन में इस गाय ने तीन दिन में 360 लीटर दूध देकर पहला इनाम जीता है. खास बात ये है कि इस गाय का भारत के गुजरात राज्य से सीधा और बड़ा कनेक्शन है. यही वजह है कि भारत ही नहीं विश्व के डेयरी सेक्टर में भी गुजरात की इस खास नस्ल की खूब चर्चा हो रही है.
ब्राजील की किस गाय ने दिया है 360 लीटर दूध
- ज्यादा दूध देने का रिकॉर्ड बनाने वाली ब्राजील की गिरलैंडों नस्ल की गाय है.
- गिरलैंडों ने कुछ दिन पहले तीन दिन में 360 लीटर दूध देकर रिकॉर्ड बनाया है.
- गिरलैंडो एचएफ और गिर गाय की क्रॉस ब्रीड है.
- ब्राजील को गिर गाय और बुल भारत से ही भेजे गए थे.
- ब्राजील एक लंबे वक्त से गिर गाय पर काम कर रहा है.
- इससे पहले भी एक प्रतियोगिता में ये गाय एक दिन में 127 लीटर दूध दे चुकी हैं.
क्या हैं गिर गाय की खासियत और पहचान
- गुजरात के गिर जंगल के नाम पर इसका नाम पड़ा है.
- इसमे ज्यादा दूध उत्पादन और लंबे वक्त तक दूध देने की क्षमता होती है.
- गिर गाय में प्रजनन क्षमता, गर्मी सहने वाली, आसान रखरखाव, हॉर्ड इम्यूनिटी होती है.
- इसका मूल स्थान राजकोट, जूनागढ़, गिर-सोमनाथ, भावनगर, अमरेली है.
- गाय की 40 से ज्यादा नस्लों में गिर अव्वल मानी जाती है.
- गिर ऐसी नस्ल है जो सबसे ज्यादा रंगों में पाई जाती है.
- 80 फीसद गिर गाय लाल रंग की होती हैं.
- जूनागढ़, गिर-सोमनाथ में हल्के पीले और गहरे लाल रंग में पाई जाती हैं.
- भावनगर, सुरेन्द्र नगर और राजकोट में लाल रंग पर सफेद धब्बे होते हैं.
- सुरेन्द्र नगर में पूरी सफेद रंग की भी होती हैं और सफेद रंग पर लाल धब्बे भी होते हैं.
- नर गिर का रंग गहरा होता है जबकि मादा का रंग हल्का होता है.
- गिर के अर्धचंद्राकार डिजाइन के सींग उसकी खूबसूरती को बढ़ाते हैं.
- गिर एक ऐसी नस्ल है जिसके सींग सिर के निचले हिस्से से निकलते हैं.
- कान लटके हुए और हमेशा पत्ते की तरह से मुड़े हुए होते हैं.
- गाय की सभी नस्ल में गिर के कान 30 सेमी के सबसे लम्बे होते हैं.
- गिर की असली पहचान ये है कि इसके कान का आखिरी छोर कटा हुआ होता है.
- गिर गाय का सिर लंबा, भारी और उभरा हुआ होता है, लेकिन आंखों के नीचे संकरा हो जाता है.
- गिर गाय की आंखे बादाम के जैसी होती हैं, लेकिन पलकों से आधी आंख ढक कर रखती हैं.
- गिर गाय का सीना चौड़ा और पतली चमड़ी वाला मुलायम और नीचे झूलता हुआ होता है.
- गिर के सीने की बनावट तापमान नियंत्रण में मदद करती है.
- गिर की पूछ का सिरा गुच्छेदार, काला होता है और कुछ गाय की पूछ जमीन को छूती है.
- गिर गाय का कूबड़ सभी नस्ल की गायों से बड़ा होता है.
- गिर गाय की आबादी देशभर में करीब 24 लाख है.
कैसी होती है गिर गाय की शारीरिक बनावट
ऊंचाई
नर 159.84 सेमी
मादा 130-49 सेमी
लम्बाई
नर 137.51 सेमी
मादा 131.40 सेमी
वजन
नर 544 किलो
मादा 310 किलो
जन्म के समय 20 से 21 किलो.
निष्कर्ष-
गिर गाय का दूध से लेकर घी तक अच्छे दाम पर बिकता है. मदर डेयरी गिर गाय के दूध से बने घी को ट्रेसेबिलिटी सिस्टम की सुविधा के साथ बेच रही है. अगर बीमारियों से बचाते हुए और अच्छी देखभाल के साथ गिर गाय पालन किया जाए तो दूध और घी दोनों ही अच्छा मुनाफा कराते हैं.
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