2006 के बाद सबसे गर्म साल, दिल्ली में 42 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान

2006 के बाद सबसे गर्म साल, दिल्ली में 42 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान

इस साल भारत में हीटवेव और गर्मी के दिन अधिक हो सकते हैं, खासकर उत्तर-पश्चिम भारत में. दिल्ली और अन्य राज्यों में तापमान में तेजी से वृद्धि होगी. ऐसे में नागरिकों को सावधानी बरतने की जरूरत है, और जलवायु परिवर्तन के असर को देखते हुए इस दिशा में त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है.

दिल्ली में 42 डिग्री पहुंच सकता है तापमानदिल्ली में 42 डिग्री पहुंच सकता है तापमान
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Apr 05, 2025,
  • Updated Apr 05, 2025, 3:28 PM IST

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को चेतावनी दी है कि अगले छह दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में लू चलने की संभावना है. खासतौर पर, देश की राजधानी दिल्ली में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. प्रभावित क्षेत्रों में दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश शामिल हैं. 

तापमान में बढ़त का अनुमान

IMD के अनुसार, इस दौरान मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है. दिल्ली में 6 या 7 अप्रैल तक कुछ स्थानों पर तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जिससे गर्मी और लू से बचने के लिए लोगों को खास सतर्कता बरतने की जरूरत होगी. 

सामान्य से ज्यादा रहेगा तापमान

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने पहले ही घोषणा की थी कि अप्रैल से जून के बीच भारत में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना है. विशेष रूप से मध्य और पूर्वी भारत, साथ ही उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में लू वाले दिन अधिक हो सकते हैं. आमतौर पर, अप्रैल से जून के बीच भारत में 4 से 7 लू वाले दिन होते हैं, लेकिन इस बार इन दिनों की संख्या ज्यादा हो सकती है.

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किस-किस राज्य में लू की संभावना है?

IMD के मुताबिक, जिन राज्यों में इस साल सामान्य से ज्यादा हीटवेव (लू) वाले दिन हो सकते हैं, उनमें राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु के उत्तरी हिस्से शामिल हैं. 

कुछ राज्यों, जैसे उत्तर प्रदेश (पूर्वी क्षेत्र), झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में इस अवधि के दौरान 10 से 11 अप्रैल तक लू वाले दिन देखने को मिल सकते हैं. 

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पिछले साल गर्मी का रिकॉर्ड

पिछले साल, भारत में रिकॉर्ड 536 हीटवेव वाले दिन दर्ज किए गए, जो पिछले 14 सालों में सबसे अधिक थे. वर्ष 2024 को अब तक का सबसे गर्म साल माना जा रहा है. इस साल की शुरुआत में ही, 27-28 फरवरी के आसपास हीटवेव का असर देखने को मिला था, और 2024 में पहली हीटवेव 5 अप्रैल को दर्ज की गई. 

वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण हीटवेव का खतरा लगातार बढ़ रहा है. 2022 के एक रिसर्च में यह कहा गया था कि 21वीं सदी में हीटवेव का जोखिम 10 गुना बढ़ सकता है, और भारत के 70 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में भीषण गर्मी पड़ सकती है. 

भारत में सबसे गर्म वर्ष

आंकड़े बताते हैं कि भारत में अब तक के सबसे गर्म 12 साल 2006 के बाद से रहे हैं, जिसमें 2016 सबसे गर्म वर्ष था. इस साल भी उच्च तापमान और लू का असर देश भर में महसूस किया जा सकता है.

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