मौसम विभाग (आईएमडी) ने भारी बारिश का अनुमान लगाते हुए साप्ताहिक पूर्वानुमान जारी किया है. 2 अगस्त को गरज के साथ बारिश की संभावना है. इस दौरान अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. 3 अगस्त को आसमान में बादल छाए रहने और उसके बाद मध्यम बारिश होने की संभावना है. अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है. मौसम विभाग ने गुरुग्राम में भारी बारिश और गरज के साथ बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हल्की बारिश के बावजूद शुक्रवार को उमस बरकरार रही और इसका स्तर 90 से 91 प्रतिशत के बीच रहा. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 33.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बारिश की गतिविधि सीमित रही. सफदरजंग वेधशाला ने शुक्रवार शाम तक 24 घंटों में 17 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की. आसमान में बादल छाए रहने के बावजूद अधिक बारिश नहीं हुई. आईएमडी ने शनिवार को आसमान में सामान्यतः बादल छाए रहने और मध्यम बारिश की संभावना जताई है. विभाग ने बताया कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 35 और 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
लगातार मॉनसूनी बारिश ने कई इलाकों, खासकर पहाड़ी इलाकों में भारी नुकसान पहुंचाया है. जम्मू कश्मीर क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण वार्षिक अमरनाथ यात्रा 3 अगस्त तक स्थगित कर दी गई है. तीर्थयात्रा मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके कारण अधिकारियों को बालटाल और पहलगाम, दोनों मार्गों पर मरम्मत और रखरखाव का काम करना पड़ रहा है. इसके अलावा, प्रमुख मार्गों पर भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा भी लगातार तीसरे दिन स्थगित रही. यात्रा से लौट रहे 450 से ज्यादा तीर्थयात्रियों को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने वैकल्पिक वन मार्गों से सुरक्षित सोनप्रयाग पहुंचाया. इस बीच, 5,000 से ज्यादा तीर्थयात्री सोनप्रयाग शिविर में ही रुके हुए हैं.
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में उत्तरी और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना जताई है. इसके साथ ही कुछ चुनिंदा इलाकों में भारी बारिश की संभावना है. जयपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, वर्तमान में एक परिसंचरण तंत्र हरियाणा और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर स्थित है. मॉनसून की द्रोणिका रेखा गंगानगर और रोहतक से होकर गुजर रही है. इस प्रणाली से राज्य भर के कई संभागों में बारिश होने की उम्मीद है. मौसम विभाग ने शुक्रवार को बीकानेर संभाग और शेखावाटी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. जयपुर और भरतपुर संभाग के कई इलाकों में भी मध्यम से भारी बारिश की संभावना है.
3 अगस्त से भरतपुर और जयपुर सब डिविजन के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की गतिविधि एक बार फिर तेज होने का अनुमान है. विभाग ने 4 अगस्त को भरतपुर सब डिविजन और आसपास के इलाकों के कुछ जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. राजस्थान में पिछली बार जुलाई में इतनी भारी बारिश 1956 में हुई थी, जब राज्य में 308 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जो उस महीने की अब तक की सबसे अधिक बारिश थी. इस साल की बारिश उस 69 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब है.
आईएमडी ने हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसमें अगले कई दिनों तक पूरे क्षेत्र में भारी बारिश जारी रहने की चेतावनी दी गई है. यह अलर्ट ऐसे समय में जारी किया गया है जब राज्य में मॉनसून की गतिविधियां तेज बनी हुई हैं, जहां पिछले एक सप्ताह में व्यापक बारिश हो चुकी है. आईएमडी हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने शुक्रवार को शिमला में एएनआई से बात करते हुए कहा, 'पिछले 24 घंटों के दौरान, हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई.' उन्होंने कहा, 'चंबा जिले के चुवाड़ी क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई. कुल्लू, बिलासपुर और हमीरपुर में मध्यम बारिश हुई.' आईएमडी द्वारा साझा किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, चंबा के चुवाड़ी में राज्य में सबसे अधिक 57 मिमी बारिश हुई. कुल्लू के बंजार में 52 मिमी, बिलासपुर के नैना देवी में 43 मिमी और कई अन्य इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई.
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