जलवायु परिवर्तन का असर हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है, जिसमें कृषि सेक्टर भी शामिल है. जलवायु परिवर्तन की वजह से कई फसलों की किस्मों के विलुप्त होने का खतरा बढ़ने लगा है. ऐसा ही कुछ ब्रोकली के साथ होने की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं. इंटरनेशनल लेवल पर हुई एक रिसर्च में ये सामने आया है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से तापमान में बढ़ोतरी के कारण ब्रोकली एक फूलगोभी की तरह दिखाई देने लगती है. असल में ब्रोकली गहरे हरे रंग की होती है, वहीं फूलगोभी का रंग सफेद और ऑफ-व्हाइट होता है. वहीं दोनों के स्वाद में भी बहुत अंतर होता है.
द ग्लोबल प्लांट कांउसिल की पब्लिश एक रिपोर्ट में जेनेटिक अंडरपिनिंग की तरफ से की गई रिसर्च का हवाला देते हुए कहा गया है कि ब्रोकली की खेती आमतौर पर ठंडी जलवायु में की जाती है. लेकिन, जलवायु परिवर्तन की वजह से औसत तापमान में बढ़ोतरी हुई है, जिसका असर ब्रोकली पर दिखने लगा है. ब्रोकली अधिक तापमान के कारण ठीक से विकसित नहीं हो पा रही है, जिससे इसका आकार कहीं कहीं फूलगोभी जैसा हो रहा है.
ब्रोकली की खेती के लिए ठंडी जलवायु की जरूरत होती है. शोधकर्ताओं के मुताबिक ब्रोकली को सामान्य रूप से पनपने के लिए लगभग 16 डिग्री तापमान की जरूरत होती है. इससे अधिक तापमान हो तो यह खराब होने लगती है और सही ग्रोथ ना हो पाने के कारण यह फूल गोभी के तरह दिखने लगती है. ऐसे में इसको रोकने और ब्रोकली की अच्छी उपज के लिए 5-एजेसीटिडाइन को लागू किया. यह एक रासायनिक प्रक्रिया है, जिसे डीएनए मेथिलिकरण नामक प्रक्रिया को रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
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शोधकर्ताओं का मानना है कि अधिधिक तापमान पौधों में वृद्धि और विकास के सभी पहलुओं को प्रभावित करता है. मसलन, अधिक तापमान फूलों के विकास को विशेष रूप से प्रभावित करता है. ऐसे में अधिक गर्मी की वजह से ब्रोकोली जैसी सब्जियों की गुणवत्ता और उपज कम हो जाती है, (ब्रोकली को पूरा फूल, तना, डंठल, पत्तियों और फूलों सहित खाया जाता है). ऐसे में इसको रोकने के लिए अधिक अध्ययन की आवश्यकता है. ताकि अधिक तापमान में भी फूलों और सब्जियों को विकसित किया जा सके.
इस रिसर्च में शामिल शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च को पूरा करने के लिए पूरे-जीनोम अनुक्रमण तकनीकों का उपयोग करके ब्रोकोली पौधों की रूपरेखा तैयार की. जिसने पौधे के मिथाइलोम की पहचान की गयी. उन्होंने पाया कि ब्रोकली में फूलों के असामान्य विकास को फ्लोरल डेवलपमेंट सेसेशन-एसोसिएटेड जीन (एफसीजी) के सेट द्वारा नियंत्रित किया गया था. शोधकर्ताओं ने पाया कि 16 डिग्री पर, ब्रोकोली की फूल सामान्य रूप से विकसित हुए. वहीं जब इससे अधिक तापमान पर इसकी खेती की गयी तो यह फूलगोभी ओर ब्रोकली के बीच का दिखने लगा.
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