यूपी में अब तक 93062 किसानों ने लिया सोलर पंप का लाभ, जानें कैसे कर रहे ज्यादा फसलों का उत्पादन

यूपी में अब तक 93062 किसानों ने लिया सोलर पंप का लाभ, जानें कैसे कर रहे ज्यादा फसलों का उत्पादन

UP News: इस संबंध में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि किसान फसल उत्पादन लागत को कम करने के साथ ही जल संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएमकुसुम) योजना के अन्तर्गत आवेदन कर सकते हैं. 

सोलर सिंचाई पंप के वितरण पर भी यूपी सरकार जोर दे रही है.सोलर सिंचाई पंप के वितरण पर भी यूपी सरकार जोर दे रही है.
नवीन लाल सूरी
  • LUCKNOW,
  • Jul 02, 2025,
  • Updated Jul 02, 2025, 6:16 PM IST

अन्नदाता किसानों के हित में योगी सरकार का प्रयास जारी है. अधिक उत्पादन के साथ ही किसानों की लागत कम हो, इसके लिए सोलर सिंचाई पंप वितरण पर भी सरकार जोर दे रही है. योगी सरकार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में अब तक 93062 किसानों को सोलर पंप का लाभ मिला है. जिसकी बदौलत उन्होंने अपनी खेती की लागत को कम किया है. सोलर पंप के लिए सरकार अनुदान भी मुहैया करा रही है.

पीएम कुसुम योजना के लिए यहां करें आवेदन 

योगी सरकार द्वारा किसानों को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएमकुसुम) योजना के अन्तर्गत सोलर सिंचाई पंप वितरण योजना संचालित की जा रही है. इसमें किसानों को 60 प्रतिशत तक अनुदान अनुमन्य है. इससे प्रोत्साहित होकर प्रदेश में अब तक 93062 किसानों ने सोलर पंप का लाभ लिया है. सोलर पंप प्राप्त करने के लिए किसान विभाग की वेबसाइट www.agridarshan.up.gov.in  पर आवेदन कर सकते हैं.
  
टोकन मनी के रूप में ऑनलाइन जमा करना होगा 5000 रुपये 

इस योजना के लिए किसानों का चयन टोकन प्रक्रिया के आधार पर 'पहले आओ पहले पाओ' के अनुसार होगा. आवेदन के समय किसानों को 5000 रुपये टोकन मनी के रूप में ऑनलाइन जमा करना होगा. 2एच.पी. के सोलर पंप के लिए पंजीकृत किसानों के पास 4इंच, 3एचपी एवं 5एचपी के लिए 6 इंच, 7.5 एवं 10 एचपी सोलर पम्प के लिए 8 इंच की क्रियाशील बोरिंग तथा उपयुक्त जलस्तर होना अनिवार्य है. इस योजना की सुविधा प्रदेश के समस्त जनपदों,विकास खंडों में उपलब्ध है। साथ ही विकास खंडवार लक्ष्य भी निर्धारित किए गए हैं.

लागत कम करने में सहायक हो रही योजना

इस संबंध में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि किसान फसल उत्पादन लागत को कम करने के साथ ही जल संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएमकुसुम) योजना के अन्तर्गत आवेदन कर सकते हैं. इससे आय में वृद्धि एवं सिंचाई हेतु डीजल की निर्भरता में कमी आयेगी तथा सिंचाई के लिए निःशुल्क एवं सस्ती बिजली, डीजल पम्पों की निर्भरता पर कमी के साथ ही पर्यावरण सुरक्षा एवं बदलते जलवायु परिवर्तन को भी कम करने में किसान योगदान दे सकेंगे.

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