Sarkari Yojana: सोलर पैनल से बनाएं सब्जियों का कूलिंग चैंबर, सरकार दे रही 12 लाख की सब्सिडी

Sarkari Yojana: सोलर पैनल से बनाएं सब्जियों का कूलिंग चैंबर, सरकार दे रही 12 लाख की सब्सिडी

Sarkari Yojana: अब बिहार के किसानों को फल-सब्जी खराब होने से बचाने के लिए सरकार मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत सोलर पौनल का कूलिंग चैंबर बनाने पर सब्सिडी दे रही है. जानिए कैसे उठा सकते हैं इसका लाभ.

सब्जियों का कूलिंग चैंबरसब्जियों का कूलिंग चैंबर
संदीप कुमार
  • Noida,
  • Jul 18, 2024,
  • Updated Jul 18, 2024, 2:17 PM IST

बिहार सरकार बागवानी फसलों को बचाने के लिए एक बड़ी स्कीम लेकर आई है. इसमें सोलर पैनल से चलने वाले कूलिंग चैंबर को बनाने के लिए लाखों रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है. अब जान लें कि ये कूलिंग चैंबर क्या होता है जिसे सोलर पैनल से चलाया जाता है. कूलिंग चैंबर फ्रिज की तरह एक औजार है जिसमें फल और सब्जियों को ताजा रखा जाता है. सरकार इसी चैंबर को बनाने के लिए सब्सिडी दे रही है. वहीं इसके लिए आवेदन भी शुरू हो चुका है. ऐसे में पूरी खबर जानने के लिए नीचे दी गई डिटेल को पढ़ें.

इतनी मिलेगी सब्सिडी

बिहार में अब फल और सब्जियों के भंडारण की सुविधा के लिए सोलर पैनल वाले माइक्रो कूलिंग चैंबर तैयार करने की मंजूरी मिल गई है. इसके लिए किसान अपनी इच्छा अनुसार सूचीबद्ध कंपनी का चयन कर काम करा सकते हैं, जिसके लिए इकाई लागत 25 लाख तय की गयी है. विभाग की ओर से 50 फीसदी की सब्सिडी दी जाएगी. यानी किसानों को सोलर पैनल वाले माइक्रो कूलिंग चैंबर के लिए सरकार कि ओर से 12.50 लाख रुपये सब्सिडी दी जाएगी. वहीं, लाभार्थी किसान का चयन 'पहले आओ पहले पाओ' के तहत किया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में 10 यूनिट लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए वित्तीय लक्ष्य 10 करोड़ रुपये है.

किसानों को सस्ती दर पर भंडारण की सुविधा पाने और बिजली पर निर्भरता कम करने के लिए कोल्ड स्टोरेजों में से 50 इकाइयों को सौर ऊर्जा से चलाया जाएगा. इसके लिए प्रति कोल्ड स्टोरेज पर 25 लाख रुपये की लागत तय की गई है, जिसमें से 12.50 लाख रुपये सब्सिडी विभाग देगा. विभाग ने 87.5 करोड़ का वित्तीय लक्ष्य तय किया है.

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क्या होता है कूलिंग चैंबर 

सोलर पैनल वाला माइक्रो कूलिंग चैंबर एक तरह से फ्रिज की तरह होता है, जिसमें करीब 10 टन तक जल्दी खराब होने वाली उपज को लंबे समय तक ताजा रख सकते हैं. यह सोलर ऊर्जा से चलता है, जिससे किसानों को बिजली की बचत होती है. वहीं किसान अपनी फसलों को लंबे समय तक स्टोर करके अधिक मुनाफा कमा सकते हैं.

सब्जियां रहेंगी सुरक्षित 

डॉ अमरजीत कुमार राय, सहायक निदेशक, उद्यान निदेशालय, पटना ने बताया कि किसान अपनी फल और सब्जियों को जल्द खराब होने के डर से मंडी ले जाते हैं, जिसके चलते उचित दाम नहीं मिलने से कम मुनाफा होता है. यदि किसान सोलर पैनल माइक्रो कूल चैबर बनवा लें, तो लंबे समय तक अपनी फल-सब्जियों को सुरक्षित रख सकते हैं. साथ ही कोल्ड स्टोरेज को सौर ऊर्जा से चलाने से बिजली की खपत भी कम होगी और बिजली बिल से भी बचाया जा सकेगा.

किसान ऐसे करें आवेदन

  1. किसान ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले राज्य सरकार के हॉर्टिकल्चर वेबसाइट पर जाएं.
  2. आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर आने के बाद योजना का विकल्प चुनें.
  3. यहां जाने के बाद आप मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना पर क्लिक करें.
  4. इसके बाद जिस चीज के लिए आवेदन करना है, उसके विकल्प पर क्लिक करें.
  5. क्लिक करने के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आ जाएगा.
  6. इसके बाद मांगी गई सारी जानकारी को ध्यानपूर्वक और सही-सही भर दें.
  7. सभी डिटेल भरने के बाद आपका आवेदन सफलतापूर्वक जमा हो जाएगा.  

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