बरसात का मौसम आते ही डेंगू जैसी बीमारियां अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर देती हैं. डेंगू एक ऐसी बीमारी है, जो एडीज मच्छरों के काटने की वजह से होती है. इस बीमारी की चपेट में आते ही लोगों को तेज बुखार हो जाता है और गंभीर मामलों में ब्लड प्लेटलेट्स भी तेजी के साथ गिरना शुरू हो जाता है. ऐसे में डेंगू एक जानलेवा बीमारी है. वहीं डेंगू के सही समय पर इलाज के लिए इसके सभी लक्षणों की पहचान होनी काफी जरूरी है. ऐसे में आइए जानते हैं, डेंगू बुखार होने के शरीर में क्या-क्या है प्रमुख लक्षण? और कैसे करें बचाव?
डेंगू होने पर, तेज बुखार, गले में खराश, ठंड लगना, बहुत तेज सिरदर्द, थकावट, कमर और आंखों की पुतलियों में दर्द, मसूड़ों, नाक, गुदा और मूत्र नलिका से खून आना, मितली और उल्टी आना, मांसपेशियों और जोड़ों में असहनीय दर्द, हीमोग्लोबिन के स्तर में वृद्धि, शरीर पर लाल चकते (खासकर छाती पर लाल-लाल दाने उभर आना), रक्त प्लेटलेट की संख्या में भारी गिरावट इत्यादि डेंगू के प्रमुख लक्षण हैं.
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बीमारी कोई भी हो, उसके उपचार से बेहतर उससे बचाव ही होता है और डेंगू के मामले में बचाव ही सबसे बड़ा हथियार माना जाता है. इसलिए बारिश के मौसम से पहले ही लोगों को इसके बारे में जागरूक करना बेहद जरूरी हो जाता है क्योंकि उचित सावधानियां और सतर्कता बरतकर ही इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है. ऐसे में डेंगू से बचने के लिए अपने घर में या आसपास पानी जमा न होने दें, जमा पानी के ऐसे स्रोत ही डेंगू मच्छरों की उत्पत्ति के प्रमुख कारण होते हैं. यदि कहीं पानी इकट्ठा हो तो उसमें केरोसिन ऑयल या पेट्रोल डाल दें ताकि वहां मच्छरों का सफाया हो जाए. पानी के बर्तनों, टंकियों इत्यादि को अच्छी प्रकार से ढककर रखें.
इसके अलावा इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कहीं भी पानी जमा होकर सड़ न रहा हो. साथ ही घर के दरवाजों, खिड़कियों और रोशनदानों पर जाली लगवाएं, ताकि घर में मच्छरों का प्रवेश न हो सके. पूरी बाजू के कपड़े पहनें. हाथ-पैरों को अच्छी तरह ढक कर रखें. मच्छरों से बचने के लिए मॉस्किटो रिपेलेंट्स का प्रयोग कर सकते हैं लेकिन सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना मच्छरों से बचाव का सस्ता, सरल, प्रभावी उपाय है.
डेंगू हो जाने पर रोगी को हर हाल में पौष्टिक और संतुलित आहार देते रहना बेहद जरूरी होता है. डेंगू होने पर तुलसी का उपयोग बेहद लाभकारी है. इसके अलावा नारियल पानी पीएं, जिसमें काफी मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं. साथ ही यह मिनरल्स का भी अच्छा स्रोत है, जो शरीर में ब्लड सेल्स की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं. चूंकि विटामिन सी शरीर के इम्यून सिस्टम को सही रखने में मददगार होता है, इसलिए आंवला, संतरा, कीवी और मौसमी फल जैसे विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करें. इसके अलावा डेंगू के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर की सलाह अवश्य लें.