एग्रीटेक कंपनी क्रॉपिन को Google क्लाउड पार्टनर एडवांटेज प्रोग्राम के तहत Google क्लाउड रेडी सस्टेनेबिलिटी डिजिग्नेशन हासिल हुई है. कंपनी ने कहा है कि मॉडर्न एग्री साइंस और एआई मशीन लर्निंग मॉडल के जरिए वह कृषि क्षेत्र को मजबूत कर रहे हैं. क्रॉपिन क्लाउड कृषि खाद्य और संबद्ध क्षेत्रों को डेटा ऑपरेटेड डिसीजन लेने में सक्षम बनाता है जो टिकाऊ सोर्सिंग को बढ़ावा देते हैं. इससे मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार में मदद मिलती है और वैल्यू चेन पर पर्यावरणीय असर को कम करते हैं.
फूड और एग्रीकल्चर इंडस्ट्री के लिए AI से लैस तकनीकी सेवाएं देने वाले प्लेटफॉर्म क्रॉपिन ने मंगलवार को घोषणा की कि उसने Google क्लाउड पार्टनर एडवांटेज प्रोग्राम के तहत Google क्लाउड रेडी सस्टेनेबिलिटी डिजिग्नेशन पाया है. कंपनी ने बयान में कहा कि यह डिजिग्नेशन Google क्लाउड पर सॉल्यूशन और टूल्स विकसित करने और वितरित करने में क्रॉपिन की सफलता को मान्यता देता है. यह ग्राहकों को उनकी स्थिरता और पर्यावरण, सामाजिक, शासन (ESG) उद्देश्यों को पूरा करने में सक्षम बनाता है.
क्रॉपिन क्लाउड एक प्लेटफॉर्म है जिसे संगठनों को जलवायु जोखिम उपायों को सहजता से अपनाने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है. इसके कृषि खाद्य इंडस्ट्री के भीतर जिम्मेदार सोर्सिंग को आगे बढ़ाने और रणनीति बनाने और जलवायु स्मार्ट कृषि और टिकाऊ खेती को लागू करने में मदद मिली है. क्रॉपिन क्लाउड कृषि खाद्य और इससे जुड़ी इंडस्ट्री को डेटा ऑपरेटेड डिसीजन मेकिंग मे सक्षम बनाता है.
क्रॉपिन डेटा का लाभ उठाने मॉडर्न एग्री साइंस और एआई मशीन लर्निंग मॉडल के जरिए चलता है. यह कार्बन फुटप्रिंट को कम करने, जलवायु स्मार्ट कृषि को सक्षम करने, ट्रेसबिलिटी सुनिश्चित करने और यूरोपीय संघ वन विनाश विनियमन (EUDR) जैसे विनियमों का अनुपालन करने जैसी महत्वपूर्ण चुनौतियों का सॉल्यूशन देता है.
Google क्लाउड रेडी सस्टेनेबिलिटी पार्टनर कार्यक्रम के रूप में क्रॉपिन क्लाउड जलवायु उद्देश्यों को हासिल करने में सपोर्ट करता है. ऐसे सॉल्यूशन देता है तो जो कार्बन उत्सर्जन को कम करते हैं. क्रॉपिन के संस्थापक और सीईओ कृष्ण कुमार ने कहा कि हमारा टारगेट ग्लोबल फूड प्रणाली के टिकाऊ भविष्य के लिए सार्थक और स्थायी बदलाव लाना है.