पिछले कुछ सालों से देश में ऑर्गेनिक खेती को खूब प्रमोट किया जा रहा है. जैविक तरीके से उगाए गए अनाज, फल और सब्जियों की कीमत भी ज्यादा होती है. जैविक खेती का मतलब होता है कि खेत में डालने वाली खाद और कीटनाशक पूरी तरह से केमिकल फ्री होते हैं. ऑर्गेनिक तरीके की खेती में सबसे अधिक वर्मी कंपोस्ट का उपयोग किया जाता है जिसे केंचुआ खाद भी कहा जाता है. बीते 2-3 सालों से वर्मी कंपोस्ट बनाने वाले लोगों ने अच्छी कमाई भी की है. आप भी वर्मी कंपोस्ट बना के कमाई करना चाहते हैं तो इससे जुड़ी सारी बातें जान लीजिए.
केंचुआ खाद बनाना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है ये आसानी से तैयार हो जाता है. इसके लिए आप किसान विज्ञान केंद्र से ट्रेनिंग भी ले सकते हैं. अगर प्रशिक्षण नहीं लेना चाहते हैं तो आपको इस खबर में स्टेप बाय स्टेप बता देते हैं कि आप किस तरह से वर्मी कंपोस्ट तैयार कर सकते हैं.
वर्मी कंपोस्ट बनाने का तरीका जानने के बाद कई किसान ये जानना चाहते हैं कि खाद बनाने के लिए ढेर सारा गोबर और केंचुआ कहां मिलता है? खाद बनाने वाली एक यूनिट के मालिक ने किसानतक से बातचीत करते हुए बताया कि वे गांव में रहने वाले गौपालकों या डेयरी फार्मर्स से गोबर खरीदते हैं और केंचुए के लिए किसान विज्ञान केंद्र या ऑनलाइन भी मंगा लेते हैं.
वर्मी कंपोस्ट का इस्तेमाल केमिकल खाद यूरिया और डीएपी के रिप्लेसमेंट में किया जाता है. ये खाद धान-गेंहू सहित हर तरीके की फसल में किया जा सकता है. वर्मी कंपोस्ट के कीमत की बात करें तो इसकी कीमत अलग-अलग फर्म में अलग-अलग हो सकती है. हमने मध्य प्रदेश के धार जिले में वर्मी कंपोस्ट बनाने वाले जयवर्धन सिंह पटेल से पूछा तो उन्होंने इसकी कीमत 800 रुपये प्रति क्विंटल बताई. एक बार में 100 क्विंटल खाद बनाते हैं तो 80 हजार रुपये की कमाई हो सकती है. इसमें गोबर-केंचुआ और लेबर चार्ज को घटा दिया जाए तो एक बार में 50 हजार रुपये की बचत कर सकते हैं.