Moong Procurement: सरकार ने मूंग और उड़द खरीद की तैयारी शुरू कर दी है. यह दोनों खरीफ और ग्रीष्मकालीन दोनों मौसम की कम समय में पकने वाली दलहनी फसल है. मध्य प्रदेश में रबी मार्केटिंग सीजन 2023-24 में मूंग और उड़द को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदने की घोषणा हो गई है. राज्य के कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए 8 मई से रजिस्ट्रेशन शुरू होगा. किसान भाई 19 मई तक ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द फसलों को एमएसपी पर बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे. बिना रजिस्ट्रेशन के कोई भी फसल अब एमएसपी पर नहीं खरीदी जा रही है. पिछले साल यानी 2022 में मध्य प्रदेश में 2 लाख 34 हजार 772 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था.
केंद्र ने वर्ष 2022-23 में मूंग की खरीद के लिए मध्य प्रदेश को 2 लाख 75 हजार 645 मीट्रिक टन का लक्ष्य दिया था. जबकि राज्य सरकार ने किसानों के हित को देखते हुए उससे कहीं अधिक 3.5 लाख मीट्रिक टन मूंग की खरीद की थी. देखना यह है कि इस बार कितने किसान मूंग और उड़द बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाते हैं. केंद्र सरकार की प्राईस सपोर्ट स्कीम गाईडलाइन के मुताबिक प्रतिदिन प्रति किसान 25 क्विंटल मात्रा ही बेच पाएंगे. मध्य प्रदेश बड़ा मूंग उत्पादक प्रदेश है. पिछले साल मध्य प्रदेश में मूंग खरीद को लेकर खूब सियासत हुई थी. कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मूंग खरीद में देरी को लेकर जुलाई 2022 में सरकार पर सवाल उठाए थे. राज्य सरकार ने 8 अगस्त से मूंग और उड़द की सरकारी खरीद करने का एलान किया था.
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पटेल ने बताया कि प्रदेश के मूंग के अधिक उत्पादन वाले 32 जिले हैं. इसमें नर्मदापुरम्, नरसिंह पुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा और बड़वानी प्रमुख हैं. इसके अलावा मुरैना, बैतूल, श्योपुरकलां, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी, अशोक नगर, बालाघाट और इंदौर में इसकी अच्छी पैदावार होती है. इन सभी में रजिस्ट्रेशन केंद्र खोले जा रहे हैं.
इसी प्रकार उड़द के अधिक उत्पादन वाले 10 जिले हैं. इनमें जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी एवं बालाघाट शामिल हैं. इनमें भी किसानों के रजिस्ट्रेशन के लिए केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं. मार्केटिंग ईयर 2023-24 के लिए अभी इनकी एमएसपी नहीं घोषित हुई है. उम्मीद है कि सरकार जून के पहले सप्ताह में नए रेट का एलान कर देगी. कुछ और राज्य भी जल्द ही मूंग खरीद का कार्यक्रम जारी करने वाले हैं.
साल 2022-23 में मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7755 रुपए प्रति क्विंटल था. जबकि उड़द का 6600 रुपये. मार्केटिंग सीजन 2021-22 के मुकाबले 2022-23 में मूंग की एमएसपी में 480 और उड़द की एमएसपी में 300 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई थी. ऐसे में मूंग का नया एमएसपी 8000 रुपये प्रति क्विंटल के पार हो सकता है. इसी तरह उड़द का एमएसपी 7000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच सकता है.
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश प्रमुख ग्रीष्म मूंग उत्पादक राज्य हैं. कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक धान-गेहूं फसल चक्र वाले क्षेत्रों में जायद मूंग की खेती द्वारा मृदा उर्वरता को उच्च स्तर पर बनाए रखा जा सकता है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय की एक रिपोर्ट बताती है कि मूंग में 24-25 फीसदी प्रोटीन, 56 परसेंट कार्बोहाइड्रेट व 1.3 फीसदी वसा पाया जाता है. ग्रीष्म मूंग की खेती चना, मटर, गेहूं, सरसों, आलू, जौ, अलसी आदि फसलों की कटाई के बाद खाली हुए खेतों में की जा सकती है.
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