Rajasthan: अक्टूबर में IGNP को मिलेगा 10500 क्यूसेक पानी, किसानों को क्या होगा फायदा?

Rajasthan: अक्टूबर में IGNP को मिलेगा 10500 क्यूसेक पानी, किसानों को क्या होगा फायदा?

बीबीएमबी की बैठक में पानी के बंटवारे से पहले बांधों के जल स्तर के बारे में बातचीत और समीक्षा की गई. वहीं, राजस्थान की ओर से शिवचरण रेगर ने आईजीएनपी में पानी की डिमांड की. इसमें सिंतबर की ही तरह इंदिरा गांधी नहर में 10500 क्यूसेक पानी छोड़ने की सहमति बनी.

अक्टूबर में IGNP को मिलेगा 10500 क्यूसेक पानी. फोटो- Madhav Sharmaअक्टूबर में IGNP को मिलेगा 10500 क्यूसेक पानी. फोटो- Madhav Sharma
माधव शर्मा
  • Jaipur,
  • Sep 30, 2023,
  • Updated Sep 30, 2023, 4:31 PM IST

इंदिरा गांधी नहर को अक्टूबर महीने में 10500 क्यूसेक पानी मिलेगा. इस महीने में राजस्थान की तरफ से इतनी ही डिमांड की गई थी. इसीलिए रेगुलेशन में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यह निर्णय भाखड़ा व्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) की बैठक में लिया गया. राजस्थान की ओर से जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता शिवचरण रेगर ने वीसी के माध्यम से किया. पानी पूरा मिलने से नहरी क्षेत्र के किसानों को काफी फायदा होगा. क्योंकि पूरा पानी मिलेगा तो रबी सीजन के लिए बुवाई रकबा बढ़ेगा. अगर रकबा बढ़ेगा तो रबी का उत्पादन भी अच्छा होगा.

साथ ही बुवाई भी समय पर शुरू हो जाएगी. हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर में नहरी क्षेत्र के किसानों में  पूरा पानी मिलने से खुशी है. 

क्या हुआ बीबीएमबी की बैठक में और किस नहर को मिलेगा कितना पानी?

बीबीएमबी की बैठक में पानी के बंटवारे से पहले बांधों के जल स्तर के बारे में बातचीत और समीक्षा की गई. वहीं, राजस्थान की ओर से शिवचरण रेगर ने आईजीएनपी में पानी की डिमांड की. इसमें सिंतबर की ही तरह इंदिरा गांधी नहर में 10500 क्यूसेक पानी छोड़ने की सहमति बनी.

चूंकि पानी डिमांड के अनुसार मिला है इसीलिए रेगुलेशन में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. आईजीएनपी की नहरों में फिलहाल चार समूहों में बांटा गया है. वहीं, पानी एक साथ दो समूहों की नहरों में चलाया जा रहा है. इससे किसानों को करीब आठ दिन में सिंचाई के लिए पानी मिल रहा है. 

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वहीं, मीडिया में अधीक्षण अभियंता शिवचरण रेगर ने जानकारी दी कि बैठक में भाखड़ा प्रणाली के लिए 1200 क्यूसेक पानी का शेयर दिया जा रहा है. वहीं, नोहर फीडर के लिए एक से 10 अक्टूबर तक 650 क्यूसेक, 11 से 31 अक्टूबर तक 600 क्यूसेक पानी का शेयर निर्धारित किया गया है. वहीं, गंग कैनाल में एक से 10 अक्टूबर तक 1900 और 11 से 31 अक्टूबर तक 1700 क्यूसेक पानी मिलेगा. 

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अक्टूबर-नवंबर में होगी सरसों की बुवाई, किसानों को मिलेगा फायदा

अक्टूबर में डिमांड के अनुसार पानी मिलने से किसानों को फायदा होने वाला है. क्योंकि अक्टूबर और नवंबर महीना सरसों की बुवाई का वक्त होता है. अक्टूबर में किसान सबसे ज्यादा बुवाई करते हैं. इसीलिए अगर किसानों को पूरा पानी मिलेगा तो बुवाई बढ़ेगी. बैठक में हुए निर्णय के अनुसार आईजीएनपी और भाखड़ा प्रणाली के किसानों को अक्टूबर महीने में सिंचाई के लिए पानी की दो-दो बारी मिल जाएगी.

पिछले साल हनुमानगढ़ जिले में दो लाख हेक्टेयर में सरसों की बुवाई की गई थी. इस साल यह रकबा बढ़ने की उम्मीद है. वहीं, नवंबर महीने के लिए पानी का निर्धारण अगले महीने होने वाली बैठक में ही तय होगा. 


 

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