सब्जियों के दाम गिरने से लागत निकालना भी हुआ मुश्किल, किसान खेतों को नष्ट करने के लिए हुए मजबूर

सब्जियों के दाम गिरने से लागत निकालना भी हुआ मुश्किल, किसान खेतों को नष्ट करने के लिए हुए मजबूर

महाराष्ट्र में मेथी, हरा धनिया, फूलगोभी और टमाटर समेत अन्य सभी सब्जियों के दामों मे गिरावट देखी जा रही है. वहीं किसानों कहना है कि इसके चलते किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. 

किसानों को नहीं मिला रहा है सब्जियों का उचित दाम किसानों को नहीं मिला रहा है सब्जियों का उचित दाम
सर‍िता शर्मा
  • Nashik,
  • Feb 18, 2023,
  • Updated Feb 18, 2023, 4:50 PM IST

महाराष्ट्र में उपज के गिरते दामों को लेकर किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. राज्य में पहले से ही कपास, सोयाबीन और प्याज की कीमतों में भारी गिरावट से किसान झुज रहे हैं. वहीं अब सब्जियों के दामों में गिरावट देखी जा रही है. नासिक जिले में इनदिनों, मेथी, पालक, हरा धनिया और टमाटर समेत अन्य सब्जियों की कीमतों में कमी आई है. इसके चलते किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. वहीं किसानों का कहना है कि कभी बेमौसम की मार तो कभी उपज का उचित दाम नहीं मिल पाता है.

नासिक जिले के मनमाड में मार्केट कमेटी के साथ ही खुदरा बाजार में प्याज के बाद लगभग सभी सब्जियों के दाम तेजी से गिरे हैं. इससे किसान आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि जो किसान पहले से ही कर्ज में डूबा हुआ था, वो और भी कर्ज में डूबने लगा है. वहीं कुछ जिलों में सब्जियों का उचित दाम नहीं मिलने से निराश किसान खेतों में ही अपनी फसलों को नष्ट करने को मजबूर हैं. 

किसानों को लागत से कम मिल रहा है भाव 

जिले के किसानों का कहना है कि मेथी का 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है. हरा धनिया 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल,  टमाटर 500 रुपये प्रति क्विंटल में बिक रहा है, जबकि टमाटर की खेती में प्रति एकड़ 50 से 60 हजार रुपये तक का खर्च आता है. वही मेथी की खेती में कम से कम 20 से 25 हजार रुपये की लागत आती है. ऐसे में मिल रहे कम भाव के कारण लागत भी निकाल पाना मुश्किल है. किसानों के अनुसार इस समय ट्रांसपोर्टेशन पर होने वाला खर्च भी इसमें से नहीं निकल पा रहा है. आलू, मिर्च, टमाटर, गोभी, फूल, बैंगन, मेथी, भिंडी, ग्वार, हरा धनिया, कद्दू समेत अन्य सभी सब्जियों के दाम में गिरावट देखी जा रही है.

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कुछ दिन पहले निराश किसान ने अपनी फसल को ट्रैक्टर से किया था नष्ट

पुणे जिले के इंदापुर तालुका में किसान सुनील कलंगे ने अपने एक एकड़ खेत में पत्ता गोभी की खेती की थी. लेकिन बाजार में पत्ता गोभी का सिर्फ 3 रुपये किलो भाव मिल रहा था. इससे निराश किसान ने अपने पत्ता गोभी की  फसल को ट्रैक्टर से नष्ट कर दिया. किसना का कहना था कि इसकी खेती में 25 हजार रुपये की लागत आई थी और बाजार में 3 रुपये किलो भाव मिल रहा था. इसलिए किसान ने फसल को अपने खेतों से हटाने का फैसला किया. 

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