इंजीनियर रा‍शिद के पीछे कौन...जम्‍मू कश्‍मीर में चुनावों से पहले महबूबा मुफ्ती का बीजेपी से सवाल 

इंजीनियर रा‍शिद के पीछे कौन...जम्‍मू कश्‍मीर में चुनावों से पहले महबूबा मुफ्ती का बीजेपी से सवाल 

साल 2014 में इंजीनियर की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए राशिद ने इस साल के लोकसभा चुनावों में बारामूला की सीट पर उमर अब्‍दुल्‍ला को करारी हार दी थी. यूपीए के तहत टेरर फंडिंग के आरोपों के चलते उन्‍हें जेल में डाला गया था. चुनाव नजदीक आते ही हाल दिनों में राशिद की पार्टी एआईपी सुपर एक्टिव मोड में आ गई है. पिता के जेल में होने बेटे अबरार राशिद ने पार्टी के प्रचार अभियान की जिम्‍मेदार संभाल ली है.

क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Sep 10, 2024,
  • Updated Sep 10, 2024, 9:29 PM IST

अवामी इत्‍तेहाद पार्टी (एआईपी) के मुखिया इंजीनियर राशिद को मंगलवार को दिल्‍ली कोर्ट की तरफ से जमानत दे दी गई. राशिद अब बाहर आ सकेंगे लेकिन उससे पहले उनके सामने एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है. नेशनल कॉन्‍फ्रेंस (एनसी) के डिप्‍टी उमर अब्‍दुल्‍ला के बाद अब पीपुल्‍स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती ने उन पर हमला बोला है. महबूबा का कहना है कि  राशिद, विधानसभा चुनावों में कश्‍मीरी वोटों को बांटन का काम कर रहे हैं. महबूबा ने यह भी सवाल किया है कि राशिद की पार्टी जो एकदम नई है उसके पास आखिर विधानसभा चुनाव लड़ने के फंड कहां से आ रहा है. 

हर जगह से पार्टी के उम्‍मीदवार 

साल 2014 में इंजीनियर की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए राशिद ने इस साल के लोकसभा चुनावों में बारामूला की सीट पर उमर अब्‍दुल्‍ला को करारी हार दी थी. यूपीए के तहत टेरर फंडिंग के आरोपों के चलते उन्‍हें जेल में डाला गया था. चुनाव नजदीक आते ही हाल दिनों में राशिद की पार्टी एआईपी सुपर एक्टिव मोड में आ गई है. पिता के जेल में होने बेटे अबरार राशिद ने पार्टी के प्रचार अभियान की जिम्‍मेदार संभाल ली है. एआईपी कश्मीर में 40 से 42 सीटों और जम्मू में 5-6 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है. यही बात महबूबा को खटक रही है. 

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महबूबा ने कहा उनके पिता और पीडीपी के फाउंडर मुफ्ती मोहम्मद सईद को पार्टी बनाने में 50 साल लग गए और उनके पास अभी भी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं. उन्‍होंने सवाल पूछा, 'मैं जानना चाहती हूं कि जो व्यक्ति जेल में है, वह संसदीय चुनाव लड़ता है - यह अच्छी बात है. लेकिन उसकी पार्टी के पीछे कौन है कि उनके उम्मीदवार हर जगह से चुनाव लड़ रहे हैं?' 

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उमर ने लगाया बीजेपी पर आरोप 

विधानसभा चुनाव में राशिद के मैदान में उतरने से विपक्षी दलों ने बीजेपी के खिलाफ आक्रामक तेवर अपना लिए हैं. पूर्व सीएम उमर अब्‍दुल्‍ला ने आरोप लगाया कि बीजेपी कश्मीर में निर्दलीय और छोटी पार्टियों को अपने पक्ष में खड़ा कर रही है. उनका कहना था कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने एक सौदा किया है और वह ही उनके निशाने पर हैं. सिर्फ नेशनल कॉन्फ्रेंस ऐसे आरोप लगा रही हो, ऐसा नहीं है. महबूबा मुफ्ती ने भी यह दावा किया कि पीडीपी के शोपियां उम्मीदवार यावर शफी बंदे पर एआईपी कार्यकर्ताओं ने बलपोरा में हमला किया. बलपोरा एआईपी के शोपियां उम्मीदवार राजा वहीद का पैतृक गांव है, जिन्होंने टिकट न मिलने पर पीडीपी से पाला बदल लिया था. 

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AIP ने आरोपों पर दिया जवाब 

दूसरी ओर, एआईपी ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. पार्टी का कहना है कि एनसी और पीडीपी दोनों ही बीजेपी के साथ गठबंधन में सरकार में हैं. एआईपी के प्रवक्ता फिरदौस अहमद बाबा ने कहा कि उनकी पार्टी ही इकलौती ऐसी पार्टी है जिसका बीजेपी के साथ कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध नहीं है. बाबा ने एनसी और पीडीपी को सलाह दी कि वे पहले तय करें कि उन्‍हें क्‍या कहना है. इंडियन एक्सप्रेस ने उनके हवाले से लिखा है, 'लोकसभा चुनावों के बाद एनसी और पीडीपी ने हमें इस्लामिक कट्टरपंथी तत्व कहा और अब वो हमें बीजेपी की टीम कह रहे हैं.'

 

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