दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) और चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी (ASP) ने आगामी हरियाणा चुनाव एक साथ लड़ने के लिए अपने गठबंधन की घोषणा कर दी है. दोनों दलों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि इस रणनीतिक गठबंधन का उद्देश्य कांशी राम और चौधरी देवी लाल की सांस्कृतिक और राजनीतिक विचारधाराओं से प्रेरित होकर राज्य के विकास के लिए एक मजबूत स्तंभ बनना है. हरियाणा की राजनीति में चंद्रशेखर की एंट्री कई राजनीतिक विश्लेषकों को हैरान कर रही है.
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यह गठबंधन किसानों और मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज उठाएगा. उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता किसानों के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की कानूनी गारंटी और डेली वेज वर्कर्स के लिए फिक्स्ड न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित करना शामिल है. जेजेपी और एएसपी गठबंधन ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर भी ध्यान देने की बात कही. दुष्यंत चौटाला और चंद्रशेखर आजाद ने समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सभी 36 समुदायों (बिरादारी) को एकजुट करने की कसम खाई.
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बता दें कि दुष्यंत चौटाला के परदादा चौधरी देवी लाल ने डॉ. बी.आर. को भारत रत्न सम्मान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्होंने 1989 से 1990 और 1990 से 1991 तक भारत के छठे उप प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. उनके कार्यकाल के दौरान दलित चौपाल जैसी पहल ने वंचितों के लिए एक मंच प्रदान किया. दुष्यंत चौटाला ने कहा, 'हम दोनों (वह और चंद्रशेखर आजाद) 36 साल के हैं. हम किसानों और श्रमिकों को सशक्त बनाएंगे.' चन्द्रशेखर ने कहा, 'हमने इस गठबंधन पर लंबे समय से काम किया है, और हम हरियाणा को एक साथ आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं. हम अपने गठबंधन में उन लोगों का स्वागत करेंगे, जो समान विचारधारा रखते हैं.'
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दोनों दलों ने आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति की रूपरेखा तैयार कर ली है. जेजेपी 70 सीटों पर और एएसपी 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. दुष्यंत चौटाला ने अपने समर्थकों को आश्वासन दिया कि पिछली गलतियों को दोहराया नहीं जाएगा और भाजपा के साथ भविष्य में किसी भी तरह के गठबंधन से इनकार किया. जननायक जनता पार्टी और आजाद समाज पार्टी के बीच गठबंधन को हरियाणा की राजनीति में एक मजबूत ताकत के रूप में देखा जा रहा है. यह गठबंधन दुष्यंत चौटाला को हरियाणा का अगला मुख्यमंत्री बनाने की महत्वकांक्षा रखता है.