
UP Poultry हैदराबाद में साउथ एशिया के सबसे बड़े पोल्ट्री एक्सपो का आयोजन किया जाता है. खास बात ये है कि इस बार यूपी के पशुपालन विभाग ने भी एक्सपो में खासी सक्रियता दिखाई है. विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने दो दिन तक एक्सपो में रहकर पोल्ट्री सेक्टर में संभावनाओं को तलाशा. एक-एक स्टाल पर जाकर पोल्ट्री से जुड़ी पोल्ट्री फीड, पोल्ट्री केज और पोल्ट्री इक्विपमेंट के बारे में जानकारी ली. पोल्ट्री एक्सपर्ट के साथ मिलकर चर्चा भी की. इस मौके पर यूपी पोल्ट्री एसोएिशन के प्रेसिडेंट नवाब अकबर अली और पूर्व आईएएस अनीस अंसारी भी साथ रहे.
उन्होंने एक्सपो के दौरान हुए नॉलेज डे कार्यक्रम में देश के पोल्ट्री सेक्टर को यूपी में आमंत्रित किया. यूपी में अंडे की डिमांड और जरूरत के बारे में जानकारी साझा की. यूपी में पोल्ट्री से जुड़ी संभावनाओं के बारे में चर्चा की. गौरतलब रहे यूपी अपनी अंडों की डिमांड को दूसरे राज्यों से पूरी करता है. जबकि डिमांड के मुकाबले यूपी में अंडों का उत्पादन कम होता है.
प्रमुख सचिव ने किसान तक से हुई बातचीत में बताया कि यूपी में पोल्ट्री को लेकर बहुत संभावनाएं हैं. अंडे संग चिकन की भी डिमांड है. मछली पालन भी तेजी से बढ़ रहा है. बड़े पैमाने पर बकरी पालन में लोग आ रहे हैं. हम लोग लगातार यूपी के शहरों में जाकर ऐसे कामयाब पोल्ट्री, मछली और पशुपालकों से मुलाकात कर रहे हैं जो अपने-अपने फील्ड में कामयाबी के साथ काम कर रहे हैं. ऐसे लोगों की सक्सेस स्टोरी को जनता के बीच में लाया जा रहा है. विभाग भी ऐसे लोगों की मदद कर रहा है जो पोल्ट्री फार्मिंग, मछली और पशुपालन करना चाहते हैं.
नवाब अकबर अली का कहना है कि यूपी को सर्दी के सीजन में हर रोज करीब पांच से 5.5 करोड़ अंडा चाहिए. अगर ऑफ सीजन की बात करें तो डिमांड घटकर तीन से 3.5 करोड़ पर आ जाती है. जबकि यूपी में अंडा उत्पादन की बात करें तो 1.50 करोड़ से लेकर 1.70 करोड़ तक ही होता है. हालांकि बीच-बीच में अंडे का उत्पा्दन 2 करोड़ तक भी पहुंच जाता है. लेकिन इसके पीछे वजह यह है कि नए-नए पोल्ट्री फार्मर बाजार में आते हैं, एक-दो सीजन काम करने के बाद घाटा होने पर बंद करके चले जाते हैं. ऐसे में जब अंडे की कमी होती है तो ट्रेडर्स बरवाला, हरियाणा के अलावा तेलंगाना, आंध्रा प्रदेश, चेन्नई और बंगाल आदि से अंडा मंगाकर डिमांड को पूरा किया जाता है.
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