Animal Care: गाय-भैंस को ठंड और बीमारियों से बचाना है तो शेड-खुराक में जरूर करें ये बदलाव 

Animal Care: गाय-भैंस को ठंड और बीमारियों से बचाना है तो शेड-खुराक में जरूर करें ये बदलाव 

Animal Care in Winter सर्दियां शुरू होते ही पशुओं की ठीक से देखभाल करने के साथ ही उनके खानपान में भी बदलाव करना चाहिए. मौसम के हिसाब से एनिमल एक्सपर्ट तो पशुओं का घुमाने-फिराने का वक्त भी तय कर देते हैं. क्योंकि हर तरह का मौसम पशुओं पर विपरीत असर डालता है. विपरीत मौसम के चलते ये तनाव (स्ट्रेस) में आ जाते हैं.   

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नासि‍र हुसैन
  • Delhi,
  • Oct 21, 2025,
  • Updated Oct 21, 2025, 12:44 PM IST

Animal Care in Winter पशुपालन में सभी मौसम के अपने-अपने हिसाब से फायदे बहुत हैं तो कुछ नुकसान भी हैं. लेकिन ऐसे नुकसान से अलर्ट रहते हुए बचा भी जा सकता है. जैसे सर्दियों में बरती गई लापरवाही पशुओं को नुकसान पहुंचाती है. लेकिन मौसम के साथ ही कुछ तैयारियां कर ली जाएं तो मौसमी बीमारियों को रोका जा सकता है. कई बार तो इसी ठंड के चलते मौत तक हो जाती है. लेकिन एनिमल शेड में ठंड से बचाव के तरीके अपनाकर और खानपान में बदलाव कर बीमारियों को कंट्रोल किया जा सकता है. 

इतना ही नहीं पशुओं के शेड में एनिमल एक्सपर्ट के मुताबिक तापमान रखा जाए, दिनभर दी जाने वाली खुराक को बदल दिया जाए तो कड़ाके की ठंड में भी पशु ना तो बीमार होंगे और ना ही उनका दूध और मीट का उत्पादन घटेगा. गर्मी ही नहीं सर्दी के मौसम से भी पशुओं को बचाना बहुत जरूरी होता है. ठंड और कोहरे के मौसम के हिसाब से पीने का पानी भी गर्म दिया जाता है.

सर्दियों में पशुओं को इस तरह की दें खुराक 

  • पशुओं को दी जाने वाली खुराक में सरसों का तेल शामिल कर लें. 
  • सरसों का तेल पशु को दी जानी वाली खुराक का दो फीसद देना चाहिए. 
  • पशु को हरा चारा और भरपूर मात्रा में सूखा चारा देना चाहिए. 
  • पशु के वजन के हिसाब से उसकी खुराक में दाने का वजन बढ़ा देना चाहिए. 
  • पशुओं को गुड़ का शीरा पांच से 10 फीसद तक दिया जा सकता है. 
  • शाम को दूध दुहाने के वक्त भी पशुओं को हरा चारा खाने में देना चाहिए. 
  • पशुओं के पीने का पानी गुनगुना या बोरवेल का ताजा होना चाहिए. 
  • पशुओं को ठंड के तनाव से बचाने के लिए 10 फीसद एडिशनल सप्लीमेंट दे सकते हैं. 
  • पशुओं को दिन में तीन से चार बार खुराक देनी चाहिए. 

तापमान के हिसाब से ऐसा बनाएं एनिमल शेड 

  1. पशु के शेड को मोटे पर्दे से कवर करना चाहिए. 
  2. शेड में गर्म हवा के लिए ब्लोअर और रेडिएटर का इस्तेमाल किया जा सकता है. 
  3. पशुओं की पीठ को खाली बोरी या कंबल से ढक देना चाहिए. 
  4. पशु का बिस्तर रबर शीट का और सूखा होना चाहिए. 
  5. पशु का बिस्तर मिट्टी या लकड़ी के बुरादे का भी है तो सूखा हो. 
  6. पूरा शेड तीन तरफ से 5 फीट ऊंची दीवार से घिरा होना चाहिए. 
  7. पशु शेड का निर्माण इलाके की जलवायु के हिसाब से कराया जाना चाहिए.
  8. पशुओं का शेड कम से कम स्वच्छ, सुविधाजनक, आरामदायक होना चाहिए.
  9. पशुओं को ज्यादा से ज्यादा खुली जगह में रखा जाए.
  10.  खुली जगह होने से जब मन चाहे तब पशु आराम से घूम-फिर लेते हैं. 
  11.  खुली जगह में घूमने-फिरने से पशु के उत्पादन पर अच्छा असर पड़ता है.

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