मवेशी और भेड़-बकरियों को कब लगवाना है टीका, यहां देखें पूरी लिस्ट

मवेशी और भेड़-बकरियों को कब लगवाना है टीका, यहां देखें पूरी लिस्ट

अगर आप पशुपालक हैं तो आपको अपने पशुओं को टीका लगवाना चाहिए क्योंकि आजकल सभी बीमारियों का टीका बाजार में सस्ते दामों पर मिल जाता है. एक बार टीकाकरण कराकर किसान और पशुपालक साल भर के लिए निजात पा सकते हैं.

मवेशी और भेड़-बकरियों को कब लगवाना है टीकामवेशी और भेड़-बकरियों को कब लगवाना है टीका
संदीप कुमार
  • Noida,
  • Jan 31, 2024,
  • Updated Jan 31, 2024, 7:47 PM IST

मौजूदा समय में ग्रामीण इलाकों में बकरी और भेड़ पालन एक लाभकारी बिजनेस के रूप में उभरा है. वर्तमान में लघु और सीमांत खेती करने वाले किसान बकरी और भेड़ पालन करके अपनी आय बढ़ा रहे हैं. इस बिजनेस की खास बात ये है कि इसमें कम निवेश पर अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. दरअसल बकरी और भेड़ों के दूध और मांस की मांग बाजार में अधिक रहती है. वहीं बकरी के दूध कई प्रकार की बीमारियों को दूर करने में भी सहायक होती है. इसे देखते हुए बकरी पालन लाभ का सौदा साबित हो रहा है.

यदि आप बकरी और भेड़ पालन करते हैं या करना चाहते हैं तो आपको स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधी जानकारी होना जरूरी है. इसके लिए आपको मवेशियों, बकरियों और भेड़ों में होने वाले रोग और उनके बचाव के उपाय भी पता होने चाहिए ताकि आपको इस बिजनेस से अधिक लाभ मिल सके. इसके अलावा ये जानकारी भी होनी चाहिए कि मवेशियों और भेड़-बकरियों को कब टीका लगवाना चाहिए. यहां देखिए पूरी लिस्ट.

बरसात में रोग का खतरा

अगर आप पशुपालक हैं तो आपको अपने पशुओं को टीका लगवाना चाहिए क्योंकि आजकल सभी बीमारियों का टीका बाजार में सस्ते दामों पर मिल जाता है. एक बार टीकाकरण कराकर किसान और पशुपालक साल भर के लिए निजात पा सकते हैं. इसके अलावा किसान ये भी जान लें कि पशुओं को जून महीने से पहले टीकाकरण करवा देना चाहिए क्योंकि बरसात के दिनों में मवेशियों में बीमारियो के फैलने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में पशुपालकों को दुधारू पशु जो तीन माह से बड़ी हो उसका टीकाकरण करवा सकते हैं. वहीं अधिक गर्मी के दिनों में 6 महीने से बड़े पशुओं को टीका नहीं लगाना चाहिए.

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जानें आधुनिक टीकों के नाम  

पशुओं को लगाने के लिए रक्षा ट्रायोवैक 3 मिलीलीटर प्रति पशु करवाना चाहिए. ये टीका तीन मुख्य बीमारी खुरपका, मुंहपका और गलघोटू बीमारी के लिए बेहतर है. इसके अलावा रक्षा वाइयोवैक भी इन बीमारियों के लिए फायदेमंद दवा है. वहीं इन सारी दवाओं को आप 20 रुपये प्रति पशु के लागत पर लगवा सकते हैं.

मवेशियों को कब लगवाएं टीके

  • आप अपने मवेशी को मई-जून के महीने गिल्टी रोग के लिए स्पोर वैक्सीन का टीका लगाएं इसकी अवधि एक साल की होती है.
  • इसके अलावा मई-जून के महीने में होने वाली लंगड़ी रोग के लिए मृत वैक्सीन का टीका लगवाएं, इसकी अवधि एक साल की होती है.
  • अगर आपके पशु को गला घोंटू रोग है तो उन्हें ऑयल एडजुवैट वैक्सीन लगाएं, ये पशुओं को एक साल तक रोग से दूर रखेगा.
  • वहीं अगर आपके मवेशी को खुरपका-मुहंपका रोग है तो उसे पाली वैलेट टिशु कल्चर वैक्सीन लगाएं इसकी अवधि 6 से 9 महीने तक की होती है.

भेड़-बकरियों को कब लगवाएं टीके

  • भेड़ और बकरियों को पालने वाले किसान उनको खुरपका-मुंहपका रोग लगने पर एफ.एम.डी का टीका लगवाएं. इस टीके की अवधि 6 महीने की होती है.
  • वहीं अगर आपके भेड़ और बकरियों को गला घोंटू रोग है तो उन्हें एच.एस का टीका लगवाएं इसकी अवधि एक साल की होती है.
  • इसके अलावा आपके बकरी को प्लेग की दिक्कत हो तो उन्हें पी.पी आर नाम का टीका लगवाएं.

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