ये 12 लक्षण कराते हैं बीमार पशुओं की पहचान, हर किसान को जानना जरूरी

ये 12 लक्षण कराते हैं बीमार पशुओं की पहचान, हर किसान को जानना जरूरी

बीमारी को पहचानना और उसकी रोकथाम करने के लिए सबसे जरूरी है बीमार पशु की पहचान करना. इससे किसानों को दो फायदे होते हैं. इसमें एक तो बीमारी फैलेगी नहीं क्योंकि बीमार पशु को बाकी पशु से अलग कर सकते हैं. इससे बाकी पशु भी स्वस्थ रहते हैं.

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ये 12 लक्षण कराते हैं बीमार पशुओं की पहचान, हर किसान को जानना जरूरीये 12 लक्षण बताते हैं बीमार पशुओं की पहचान

पशुपालन की दृष्टि से पशु के स्वस्थ होने का बड़ा महत्व होता है. एक स्वस्थ पशु से ही अच्छे और स्वस्थ बच्चे (बछड़ा–बछिया) और आधिक दूध उत्पादन की आशा की जा सकती है. दरअसल कई बार पशु बीमार होते हैं और पशुपालक समझ नहीं पाते हैं कि मवेशियों को क्या हुआ है, वहीं जब बाद में उन्हें पता चलता है तब तक बीमारी बढ़ गई होती है. इसकी वजह से कई पशुपालकों को आर्थिक रूप से नुकसान भी उठाना पड़ता है. ऐसे में पशुपालन करने वाले किसानों और पशुपालकों को कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है.

वहीं एक किसान के रूप में आपको अपने पशु में बीमारी के संकेतों को देखने की समझ होनी चाहिए क्योंकि मवेशी अपनी तकलीफ को बोलकर बयां नहीं कर सकते हैं. ऐसे में मवेशियों की परेशानी को संकेतों से समझना चाहिए. ऐसे में आइए जानते हैं 13 लक्षण जो बीमार पशुओं की पहचान बताते हैं.

कैसे पहचानें बीमार पशुओं के लक्षण?

बीमारी को पहचानना और उसकी रोकथाम करने के लिए सबसे जरूरी है बीमार पशु की पहचान करना. इससे किसानों को दो फायदे होते हैं. इसमें एक तो बीमारी फैलेगी नहीं क्योंकि बीमार पशु को बाकी पशु से अलग कर सकते हैं. वहीं दूसरा फायदा ये होता है कि जल्दी पता चलने से इलाज भी जल्दी शुरू हो जाता है जो पशुओं के जल्दी स्वस्थ होने के लिए लाभदायक होता है. वहीं अगर आपके मवेशियों में बीमारी से जुड़े लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत उसका प्राथमिक उपचार करें. साथ ही उन्हें पशु चिकित्सक से इलाज करवाएं.

बीमार पशुओं की ये है 12 पहचान

1. पशु की गति, चाल, व्यवहार और हाव भाव में परिवर्तन आना पशुओं के बीमार होने की पहचान है.
2. अगर आपके मवेशी चारा नहीं खा रहे, जुगाली नहीं कर रहे और अन्य पशुओं से अलग रह रहे तो समक्ष जाएं कि वो बीमार हैं.
3. इसके अलावा अगर पशुओं के दूध में गिरावट आए तो समक्ष जाएं की पशु बीमार है.
4. अगर आपके मवेशी कान और गर्दन नीचे करके खड़े हों तो वो भी बीमारी के लक्षण हैं.
5. सुस्त रहना, बाल खड़े , त्वचा का सूखापन और पशुओं में लचीलापन न होना भी बीमारी के संकेत हैं.
6. अगर पशुओं के शारीरिक तापक्रम, नाड़ी गति और सांस गति में परिवर्तन है तो समझ जाएं कि वो बीमार हैं.
7. मवेशियों के आंख, नाक और कान से पानी आना भी एक बीमारी है.
8. अगर पशु अधिक पतला और कड़ा गोबर कर रहा है तो वह बीमार है.
9. इसके अलावा अगर पशुओं के आंखों में कीचड़ आए तो समझ जाएं वो बीमार है.
10. अगर मवेशी सुखी हुई थुके तो समझें कि वो बीमार है.
11. इसके साथ ही अगर पशु लंगड़ा कर चले तो वो बीमार है.
12. अगर आपके मवेशियों का वजन गिर रहा है और ग्रोथ नहीं हो रहा तो ये भी बीमारी के लक्षण हैं. 

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