
Goat Farming दुधारू पशु पशुपालक को तभी अच्छे लगते हैं जब वो दूध दे रहे होते हैं. फिर वो चाहें छोटे पशु भेड़-बकरी हों या गाय-भैंस. लेकिन पशुपालक अच्छी तरह जानते हैं पशु दूध तभी देगा जब वो बच्चा देगा. यही वजह है कि पशुपालकों की पूरी कोशिश यही होती है कि पशु जब भी हीट में आए तो उसे गाभिन करा दिया जाए और वक्त से बच्चा मिल जाए. और खासतौर पर बकरी पालन में तो मुनाफा बच्चों के प्रजनन पर ही टिका होता है. एनिमल एक्सपर्ट बताते हैं कि पहली और दूसरी बार हीट में आने वाली बकरियों के बारे में आसानी से पता चल जाता है.
लेकिन जो बकरी तीसरी और चौथी बार हीट में आ रही है तो उसके बारे में पता करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. क्योंकि पहली और दूसरी बार हीट में आने पर बकरी रंभाने (चिल्लाने) लगती है. जबकि तीसरी बार हीट में आई बकरी ज्यादातर शांत ही रहती है. हालांकि एक्सपर्ट की मानें तो जो लोग अपने फार्म में पशु से संबंधित डाटा रखते हैं तो वो जल्दी ही पशु के हीट चक्र का पता लगा लेते हैं.
गोट एक्सपर्ट इकबाल खान का कहना है कि कोई बकरी अगर आज हीट में आई है और उसे गाभिन नहीं कराया गया है तो वो दोबारा से 15-20 दिन बाद हीट में आएगी. और एक तरीके से बीच के दिनों में वो जो भी खाएगी उसका पशुपालक को कोई फायदा नहीं मिलेगा. इस तरह से बकरी पालन की लागत बढ़ती रहती है. इसलिए हीट के बारे में वक्त से पता लगना जरूरी है. अगर बकरी सुबह हीट में आई है तो उसे शाम तक एक अच्छे ब्रीडर से या फिर आर्टिफिशल इंसेमीनेशन (एआई) जो भी उस वक्त सुराक्षित हो से गाभिन करा देना चाहिए. और अगर शाम को हीट में आ रही है तो अगले दिन सुबह तक गाभिन करा दें. इसका फायदा ये भी है कि वक्त से बकरी को गाभिन कराने से बच्चा भी जल्दी मिल जाता है.
इकबाल खान ने बताया कि दो तरीके से बकरी की हीट के बारे में पता लगाया जा सकता है. एक तो ये कि जिन बकरियों के बारे में पहले से ये पता है कि अब इनके हीट में आने का वक्त हो गया है तो ऐसी बकरियों का झुंड अलग से बना दें. फिर उस खास झुंड में ब्रीडर बकरे को कंट्रोल करते हुए बकरियों के बीच में छोड़ दें. इससे होगा ये कि जो भी बकरी हीट में आई बकरा उसे बार-बार सूंघने की कोशिश करेगा. साथ ही इस दौरान बकरा अपना व्यवहार भी बदलेगा. बकरे की इस हरकत से भी बकरी के हीट में आने का पता चल जाता है.
बदलने लगता है. वहीं एक और दूसरा तरीका है जिससे बकरी की हीट के बारे में जानकारी की जा सकती है. उसके लिए करना ये होगा कि शेड में जो खस्सी बकरा है मतलब जो ब्रीडर बकरे का काम नहीं कर सकता है उसे बकरियों के झुंड में छोड़ दिया जाए. उसे छोड़ने के लिए आपको उसे कंट्रोल करने की जरूरत नहीं है. और जब आप उसे खुला छोड़ेंगे तो वो ब्रीडर बकरे के जैसी ही हरकत करेगा. और उसके ऐसा करते ही आसानी से हीट में आई बकरी के बारे में पता चल जाएगा.
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