Dairy Product: डेयरी बाजार में जगह बनाने को ये तैयारी कर रहा दूध उत्पादन में नंबर वन भारत 

Dairy Product: डेयरी बाजार में जगह बनाने को ये तैयारी कर रहा दूध उत्पादन में नंबर वन भारत 

Dairy Product Market वक्त के साथ बढ़ती आबादी को देखते हुए बाजार में दूध और उसके प्रोडक्ट की डिमांड भी बढ़नी है. अभी देश में सालाना दूध उत्पादन 24 करोड़ टन है. जबकि साल 2033 तक देश को हर साल 33 करोड़ टन दूध की जरूरत है. वहीं हर साल दूध उत्पादन में करीब छह फीसद की ही बढ़ोतरी हो रही है, जो कम से कम 14 फीसद होनी चाहिए.  

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नासि‍र हुसैन
  • New Delhi,
  • Nov 24, 2025,
  • Updated Nov 24, 2025, 5:14 PM IST

Dairy Product Market करीब 25 साल से भारत विश्व के कुल दूध उत्पादन में नंबर वन बना हुआ है. चीन, अमेरिका और यूरोपीय देश तक दूध उत्पादन के मामले में भारत से पीछे हैं. दूसरे नंबर पर अमेरिका है, लेकिन वो भी भारत के आंकड़े से बहुत पीछे है. अच्छी बात ये है कि भारत दूध उत्पादन में लगातार तरक्की हासिल कर रहा है. यहां तक की सिर्फ गाय के दूध उत्पादन में भी भारत नंबर वन बना हुआ है. लेकिन इस सब के बावजूद भारत डेयरी बाजार में पिछड़ा हुआ है. बाजार की चुनौतियां भारत को आगे नहीं बढ़ने दे रही हैं. 

बीते साल 24 करोड़ टन दूध का उत्पादन हुआ था. वहीं प्रति व्यक्ति के हिस्से में अब 471 ग्राम दूध आ रहा है. डेयरी एक्सपर्ट की मानें तो सिर्फ दूध उत्पादन के मामले में नंबर वन बने रहने से काम नहीं चलेगा. अगर डेयरी बाजार की चुनौतियों से निपटना है तो दूध उत्पादन को और बढ़ाना होगा. हर साल होने वाले दूध बढ़ोतरी की दर को कम से कम डबल करना होगा.  

कितने करोड़ टन दूध की होगी जरूरत 

राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (एनडीआरआई), करनाल के डॉयरेक्टर डॉ. धीर सिंह का कहना है कि भारत अब दुनिया में सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन गया है. इतना ही नहीं हमारी आबादी में और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. बढ़ती आबादी के चलते दूध और दूध उत्पादों की मांग भी लगातार बढ़ रही है. एक अनुमान के अनुसार, देश की दूध और दूध उत्पादों की मांग को पूरा करने के लिए भारत को साल 2033 तक हर साल 33 करोड़ टन दूध का उत्पादन करने की जरूरत है. हाल के दशक में दूध उत्पादन में औसत बढ़ोतरी 6.6 फीसद हुई है. लेकिन 33 करोड़ टन दूध की डिमांड को पूरा करने के लिए कम से कम 14 फीसद वार्षिक बढ़ोतरी दर हासिल करने की जरूरत है.

चुनौतियों से निपटने को ये है NDRI की तैयारी 

मोटे तौर पर देखें तो कृषि क्षेत्र में डेयरी सेक्टर का योगदान 24 फीसद है, जिसकी वैल्यू करीब 10 लाख करोड़ रुपये है. और दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले ये सबसे ज्यादा है. अच्छी बात ये है कि NDRI इन मुद्दों को हल करने के लिए डेयरी के विभिन्न पहलुओं पर काम कर रहा है. जैसे दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए नई पोषण रणनीति और बेहतर प्रजनन पद्धतियां, दूध की गुणवत्ता में सुधार के लिए नई पशुधन प्रबंधन पद्धतियां, स्वच्छ दूध पद्धतियां, मिलावट का पता लगाने वाली किट और कोल्ड चेन पद्धतियां जिससे निर्यात क्षमता में बढ़ोतरी हो.

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