
Milk Production दूध उत्पादन लगातार तेजी से बढ़ रहा है. केन्द्र सरकार खुद संसद में आंकड़े पेशकर ये जानकारी देती रहती है. केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय भी हर साल ये आंकड़े जारी करता है. अभी कुछ दिन पहले ही मंत्रालय ने ये आंकड़े जारी किए हैं. आंकड़ों पर जाएं तो देश में मिल्क ट्रेन तेजी से लगातार दौड़ रही है. बीते 10 साल में दूध उत्पादन 14.6 करोड़ टन से 25 करोड़ टन पर पहुंच गया है. इतना ही नहीं साल 2023-24 में हुए दूध उत्पादन की कीमत 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा थी. एग्रीकल्चर में किसी भी एक फसल की कीमत इतनी नहीं है.
यहां तक की अगर गेहूं और धान को जोड़ लिया जाए तो तब भी इतनी नहीं होती है. डेयरी एक्सपर्ट भी आने वाले आठ से 10 साल डेयरी सेक्टर के लिए गोल्डन बता रहे हैं. कारोबार और नौकरियों दोनों के लिए अवसर बढ़ेंगे. उनका मानना है कि अगर आने वाले वक्त में दूध उत्पादन सरप्लास होता है तो वो बेकार नहीं जाएगा. क्योंकि हमारे आसपास के देशों में दूध से बने प्रोडक्ट की बहुत डिमांड है.
एपीडा के आंकड़े बताते हैं कि कोरोना वाले दो साल छोड़ दें तो डेयरी प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट बढ़ा है. साल 2024 में कुल डेयरी एक्सपोर्ट 27 करोड़ डॉलर का हुआ है. 64 हजार टन डेयरी प्रोडक्ट एक्सपोर्ट हुआ है. सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट यूएई, सउदी अरब, यूएसए, भूटान और सिंगापुर को हुआ है. हालांकि भारत से बड़ी मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट खरीदने वालों में 10 प्रमुख देश हैं. यह वो देश हैं जिन्होंने बीते साल कई गुना ज्यादा दूध, घी और मक्खन के साथ दूसरे प्रोडक्ट खरीदे हैं. इसमे पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर बांग्लादेश यूएई और बहरीन हैं.
केन्द्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की साल 2025 में जारी रिपोर्ट के मुताबिक देश में कुल दूध उत्पादन 25 करोड़ टन हुआ है. जिसमे अच्छी बात यह है कि कुल दूध उत्पादन में देश के पांच बड़े राज्य उत्तर प्रदेश 15.66, राजस्थान 14.82, मध्य प्रदेश 9.12, गुजरात 7.78 और महाराष्ट्र 6.71 फीसद यानि कुल 54 फीसद का योगदान है.
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