Yamuna river: भारी बारिश के चलते यमुना में उफ़ान जारी, सीतापुर में सरयू भी उफ़नाई

Yamuna river: भारी बारिश के चलते यमुना में उफ़ान जारी, सीतापुर में सरयू भी उफ़नाई

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश का असर गंगा यमुना नदियों पर साफ तौर पर देखा जा रहा है. यमुना नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर के चलते उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में खतरे के निशान को पार कर गई है. प्रदेश के कैराना जनपद में यमुना नदी का जलस्तर बढ़कर खतरे के निशान 231.5 मीटर से 75 सेंटीमीटर अधिक पहुंच गया है

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Yamuna river: भारी बारिश के चलते यमुना में उफ़ान जारी, सीतापुर में सरयू भी उफ़नाईसीतापुर में सरयू नदी में उफान से गांव में घुसा पानी

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश का असर गंगा-यमुना नदियों पर साफ तौर पर देखा जा रहा है. यमुना नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर के चलते उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में खतरे के निशान को पार कर गई है. प्रदेश के कैराना जनपद में यमुना नदी का जलस्तर बढ़कर खतरे के निशान 231.5 मीटर से 75 सेंटीमीटर अधिक पहुंच गया है. खतरे के निशान से ऊपर बहती यमुना के कारण कांधला इलाके में किसानों की फसल जलमग्न हो गई है जिससे उन को भारी नुकसान पहुंचा है. वही सीतापुर में भी सरयू नदी में उफान जारी है. जनपद में नदी के बढ़ते जलस्तर के चलते बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं जिसके चलते तटवर्ती इलाकों में कई घर भी नदी में समा गए हैं.

इन जिलों में यमुना (Yamuna river) के जल स्तर से बढ़ता खौफ़

दिल्ली ही नहीं उत्तर प्रदेश की कैराना, आगरा में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से 100 से ज्यादा गांव के लोग खौफ के साए में हैं. कैराना में यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. वहीं आगरा में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को बनाने की तैयारी भी शुरू कर दी है. जनपद में पांच बाढ़ चौकिया बनाई जा चुकी हैं. वहीं सौ से ज्यादा गांवों के लिए अलर्ट भी जारी किया गया है.

सीतापुर में सरयू का रौद्र रूप

बैराज से लगातार छोड़े गए बारिश के पानी के चलते सरयू नदी का जलस्तर 118.40 मीटर पहुंच गया है. पिछले 24 घंटों की तुलना में नदी के जलस्तर में 50 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है. सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से महज 60 सेंटीमीटर नीचे है. पानी के तेज बहाव के चलते कटान तेज हो गया है जिसके चलते दर्जन भर से ज्यादा तटवर्ती इलाकों में घर जमींदोज हो गए हैं . सरयू नदी में उफान के चलते शंकर पुरवा निवासी अमरजीत के घर कटान की चपेट में आ गया है. वही रामचंद्र का मकान नदी में समा चुका है. नदी में तीन बैराज से छोड़े गए 195000 क्यूसेक पानी के चलते अब बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

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सब्जियों की 30 फ़ीसदी फसल हुई बर्बाद

पिछले 1 सप्ताह से हो रही भारी बारिश के चलते सब्जियों की फसल सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है. सहारनपुर में टमाटर, भिंडी, बैंगन की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. जनपद में करेला, तोराइ,मिर्च ,बींस ,लौकी , बैगन, भिंडी, गोभी मुख्य फसल पैदा होती है. किसान शहजाद ने बताया कि उसने खीरे की फसल लगाई थी लेकिन बरसात के चलते फसल बर्बाद हो गई. वही दूसरे किसान रिशिपाल का कहना है कि उन्होंने 5 बीघे खेत में बैगन लगाया था. फसल तैयार खड़ी थी लेकिन बारिश के चलते नुकसान पहुंचा है.

 

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