पहाड़ों में मॉनसून आफत बन गया है. मंगलवार को उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने के बाद यहां पर कई जगह से लैंडस्लाइड की खबरें हैं. मौसम विभाग (आईएमडी) ने यहां बहुत ज्यादा बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इसके चलते सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ आंगनवाड़ी केंद्रों को भी बंद कर दिया गया है. वहीं दूसरी ओर हिमाचल में भी आफत जारी है. राज्य आपदा प्रबंधन की तरफ से बताया गया है मॉनसून की बारिश ने अब तक राज्य में 192 लोगों की जान ले ली है.
उत्तराखंड में स्थानीय अधिकारियों ने लाउडस्पीकरों के माध्यम से सार्वजनिक घोषणाएं शुरू कर दी हैं. इसमें निचले इलाकों और नदी तटों के पास रहने वाले निवासियों से तुरंत अपना घर खाली करने और सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया गया है.मंगलवार को बादल फटने के बाद कम से कम चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और कई लोग लापता हैं. सेना, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की संयुक्त टीमें बचाव कार्य कर रही हैं. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जो आंध्र प्रदेश के दौरे पर थे, राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र से स्थिति की निगरानी के लिए देहरादून लौट आए. उन्होंने कहा कि 130 से अधिक फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. साथ ही जरूरतमंदों तक भोजन, आश्रय और मेडिकल सुविधा तुरंत पहुंचाने के निर्देश जारी किए गए हैं.
हिमाचल प्रदेश में पिछले छह दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे पूरे क्षेत्र में दैनिक जीवन प्रभावित हुआ है. कई इलाके घने कोहरे, भूस्खलन और जलभराव से प्रभावित हैं. राज्यू में मॉनसून की वजह से कई तरह की रुकावटें जारी हैं. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने बताया है कि मंगलवार सुबह 10 बजे तक राज्य भर में 449 सड़कें, 753 वितरण ट्रांसफार्मर (डीटीआर) और 276 वॉटर सप्लाई प्रोजेक्ट्स पर असर पड़ा है. एसडीएमए ने पुष्टि की है कि मॉनसून के मौसम की शुरुआत से अब तक कुल 192 लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें 106 लोगों की जान भारी बारिश के चलते गई तो 86 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई है. मंडी सबसे ज्यादा प्रभावित जिला बना हुआ है, जहां भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 318 सड़कें ब्लॉक हैं.
पहाड़ी इलाकों से अलग अब मैदानी क्षेत्रों की बात करते हैं. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से एक डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है. पिछले 24 घंटों में कोई बारिश दर्ज नहीं की गई, लेकिन उमस बनी रही. मौसम विभाग ने बुधवार को शहर में गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है. न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमशः 25 और 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
नोएडा में भी गर्मी का अहसास होने लगा है. मौसम विभाग ने 9 अगस्त तक बारिश का अनुमान जताया है. बारिश न होने से तापमान बढ़ने लगा है. नोएडा में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी देखी गई है.
पंजाब और हरियाणा में भी बारिश का दौर जारी रहेगा. वहीं बाढ़ से बेहाल उत्तर प्रदेश में 6 अगस्त के बाद बारिश से लोगों को राहत मिल सकती है. झमाझम बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. सड़कों पर जलभराव की समस्या पैदा हो गई तो नदियां भी उफान पर आ गईं. 6 अगस्त के बाद से प्रदेश में भारी बारिश की संभावना नहीं है और फिर से गर्मी व उमस बढ़ने लगेगी. मौसम विभाग के अनुसार, 6 अगस्त को पश्चिमी यूपी में कई स्थानों पर बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. वहीं पूर्वी यूपी में कुछ ही स्थानों पर हल्की बारिश के आसार हैं. इस दौरान पश्चिमी यूपी के बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. हालांकि, पूर्वी यूपी में भारी बारिश की संभावना नहीं है.
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