उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश का कहर जारी है. मॉनसून के मौसम में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं. हाल ही में उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से भारी तबाही हुई, जिसमें पांच से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लापता हो गए. उत्तर प्रदेश और भारत के कई हिस्सों में मॉनसून की बारिश की सिलसिला जारी है. दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से गर्मी बनी हुई है. एक नजर डालिए कैसा रहेगा अगले 24 घंटों में मौसम का हाल.
मौसम विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली में भी गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है. आईएमडी के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से 1.6 डिग्री अधिक है. न्यूनतम तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मौसम के औसत से 0.8 डिग्री कम है और शाम 5.30 बजे सापेक्ष आर्द्रता 56 प्रतिशत रही. आईएमडी के अनुसार शुक्रवार को आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे. मौसम विभाग की मानें तो राष्ट्रीय राजधानी में गरज के साथ बिजली गिर सकती है
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 112 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में आता है. वहीं दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर गुरुवार को पुराने रेलवे पुल पर 204.88 मीटर तक पहुंच गया, जो चेतावनी स्तर 204.50 मीटर को पार कर गया. अधिकारियों के अनुसार, संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने हेतु सभी संबंधित एजेंसियों को अलर्ट जारी कर दिया गया है.
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं क्योंकि नदियां उफान पर हैं और खतरे के निशान के करीब या उससे ऊपर बह रही हैं. वाराणसी और प्रयागराज सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से हैं, जहां बाढ़ का पानी कई निचले इलाकों में घुस गया है. वहीं मौसम विभाग ने 8 से 10 अगस्त तक बिहार और झारखंड में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. बिहार के कई हिस्से पहले से ही बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रहे हैं, कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.
आईएमडी ने उत्तराखंड के कई जिलों में भी भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. 11 अगस्त तक इसी तरह का मौसम जारी रहने की उम्मीद है. IMD के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, उत्तरकाशी, नैनीताल, अल्मोड़ा, चमोली, देहरादून और पिथौरागढ़ सहित उत्तराखंड के कई जिलों में गरज के साथ भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना है. अन्य जिलों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है, जबकि एक-दो बार भारी वर्षा की संभावना है. उत्तराखंड में भारी बारिश के लिए जारी येलो अलर्ट को देखते हुए, अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं. प्रशासन ने निवासियों को बाहरी गतिविधियों को सीमित करने और मूसलाधार बारिश से होने वाली असुविधा से बचने के लिए आधिकारिक मौसम अपडेट का पालन करने की सलाह दी है.
हिमाचल प्रदेश में भी मॉनसून का कहर जारी है, जिससे सभी जरूरी सेवाओं पर खासा असर पड़ा है और कई लोगों की जान जा रही है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के अंतर्गत आने वाले राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, भारी बारिश और उससे जुड़ी आपदाओं के कारण राज्य भर में 452 सड़कें, 861 बिजली ट्रांसफार्मर (डीटीआर) और 244 जलापूर्ति योजनाएँ बाधित हैं. एसईओसी ने पुष्टि की है कि मॉनसून में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 202 हो गई है, जिनमें 108 मौतें सीधे तौर पर भूस्खलन, अचानक बाढ़ और घर गिरने जैसी बारिश से जुड़ी घटनाओं से जुड़ी हैं, जबकि इस मौसम में सड़क दुर्घटनाओं में 94 लोगों की मौत हुई है. अधिकारियों ने बताया कि जिलों में सड़क, पानी और बिजली बहाली का काम युद्धस्तर पर चल रहा है.
महाराष्ट्र में भी मॉनसून की बारिश का दौर जारी है. मुंबई समेत राज्य के कई जिलों में पिछले 10 दिनों से ज्यादा समय से बारिश हो रही थी. अगले 5 दिनों में राज्य के कई जिलों में गरज के साथ बारिश का अनुमान है. वहीं अगले 3 दिनों में कुछ जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है. अगले 24 घंटों में मुंबई और ठाणे में गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है. मराठवाड़ा में भी बारिश का अनुमान है और यह किसानों के लिए अच्छी खबर है.
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