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Weather News Today: मैदानी इलाकों में 15 जून तक लू से राहत की उम्मीद नही, 46 डिग्री तक जाएगा पारा

Weather News Today: मैदानी इलाकों में 15 जून तक लू से राहत की उम्मीद नही, 46 डिग्री तक जाएगा पारा

उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और झारखंड में अगले चार दिन तक तापमान 42 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. यह तापमान इन राज्यों के लोगों के लिए मुश्किल भरे दिन साबित हो सकता है. लू से जल्द राहत की उम्मीद नहीं दिख रही है.

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लू से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है लू से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है

उत्तर भारत के मैदानी इलाक़ों में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. सुबह का समय बीतते ही प्रचंड लू हर जगह का तापमान बढ़ा देती है. वहीं लोगों को घर से निकलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा है कि उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में 15 जून तक लू और गर्मी से राहत नहीं मिलेगी. दरअसल, इस समय सूर्य की सीधी किरणें मैदानी इलाक़ों में धरती पर पड़ रही हैं जिसकी वजह से तापमान में वृद्धि हो रही है. वहीं शुष्क और गर्म पछुआ हवा के चलने और आसमान साफ होने के कारण सौर रेडिएशनल हीट की वजह से कुछ इलाक़ों में तापमान बहुत ज़्यादा बढ़ा हुआ है.

उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में लू के साथ-साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश के दक्षिणी भागों में कहीं-कहीं प्रचंड लू की स्थिति बनी हुई है. 47.5 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ कानपुर प्रदेश में सबसे गर्म रहा है. अभी दो तीन दिन तक किसी विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है. मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि इसके बाद पूर्वी तराई क्षेत्र में हवा के पैटर्न में बदलाव होने और बादल आने की संभावना है. इससे संभावित बारिश की वजह से इस क्षेत्र में लू की स्थिति में थोड़ी कमी आ सकती है. लेकिन तब भी बाक़ी इलाक़ों में मौसम में कोई ख़ास बदलाव नहीं होगा. अतुल कुमार सिंह का कहना है कि मौसम विभाग ने एलर्ट जारी किया है. लोग घर से निकलते समय बचाव करें.साथ ही अभी मॉनसून का इंतज़ार करना पड़ेगा.

मौसम की ताजा जानकारी

मौसम विभाग की ताज़ा जानकारी के मुताबिक, मॉनसून की सुस्त चाल के कारण देश के उत्तर-पश्चिम और पूर्वी हिस्सों में अगले कुछ दिन तक भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और झारखंड में अगले चार दिनों तक तापमान 42 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. यह इन राज्यों के लोगों के लिए मुश्किल भरे दिन साबित हो सकते हैं.

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 17 जून से इन राज्यों में कुछ राहत मिलने की संभावना है, जब तापमान में गिरावट और मॉनसून की सक्रियता देखी जा सकेगी. केरल में समय पर पहुंचने के बावजूद, महाराष्ट्र और गुजरात में मॉनसून की गति धीमी हो गई है. यदि अगले 48 घंटों में मॉनसून आगे नहीं बढ़ता है, तो उत्तर भारत में इसके आगमन में एक सप्ताह तक की देरी हो सकती है.

खेती किसानी पर प्रभाव

मॉनसून की देरी भारतीय कृषि क्षेत्र पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है. कृषि क्षेत्र भारत की 3.5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है और मॉनसून इसके लिए जीवनरेखा की तरह है. उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और बंगाल के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. झारखंड में गर्मी के कारण स्कूलों में 15 जून तक छुट्टी दे दी गई है, जबकि पश्चिम बंगाल में स्कूल के समय में बदलाव किया गया है.

भारी वर्षा और भूस्खलन

दूसरी ओर उत्तर भारत में गर्मी का कहर जारी है. दक्षिण, पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश हो रही है. महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई है. इस महीने अब तक कुल 14 लोगों की वर्षा जनित घटनाओं में मौत हुई है. हरियाणा और पंजाब में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है और फरीदाबाद में तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. 

हरियाणा में बढ़ा पारा

मौसम विभाग के अनुसार, बीते दिन दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में भी भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहा, जहां अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हरियाणा के फरीदाबाद में भीषण गर्मी रही, वहीं रोहतक और सिरसा में भी भीषण गर्मी रही, जहां अधिकतम तापमान क्रमश: 46.5 और 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हिसार में 45.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा, जबकि महेंद्रगढ़ में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

गुरुग्राम, अंबाला और करनाल में भी भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहा, जहां अधिकतम तापमान क्रमश: 45.8, 45.3 और 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इस बीच, नूंह, कुरुक्षेत्र और पंचकूला में भी भीषण गर्मी का प्रकोप रहा, जहां अधिकतम तापमान क्रमश: 45.8, 44.8 और 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पड़ोसी राज्य पंजाब में बठिंडा में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बठिंडा हवाई अड्डा क्षेत्र में 47 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ भीषण गर्मी रही.

पठानकोट में भी 46.1 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ भीषण गर्मी रही, जबकि अमृतसर में अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पटियाला, लुधियाना, गुरदासपुर, फिरोजपुर और मोहाली में भी अधिकतम तापमान क्रमश: 45.6, 45.1, 44.7, 44.3 और 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

राजस्थान में गर्मी की मार

राजस्थान के धौलपुर जिले में गर्मी के तेवरों में कोई भी परिवर्तन नजर नहीं आ रहा है. गुरुवार सुबह से शाम तक आसमान से आग बरसती रही है जिससे सड़कों पर पूरी तरह से सन्नाटा सा दिखाई दिया. नौतपा खत्म होने के बाद भी लोगों को गर्मी से राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है. दिन का तापमान जहां 46 डिग्री सैल्सियस के पार जा रहा है तो वहीं रात के तापमान में भी लगातार बढ़ोतरी जारी है. इससे लोग खासे परेशान हैं. धौलपुर जिले का अधिकतम तापमान बुधवार को 45.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज किया गया था और गुरुवार को अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 

गुरुवार को अधिकतम तापमान 46.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 33.2 डिग्री दर्ज किया गया है. दिन के तापमान में जहां 0.6 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है तो वहीं रात के तापमान में भी 1.7 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 2 से 3 दिन गर्मी और भी बढ़ने की आशंका जताई गई है. धौलपुर जिले में बढ़े तापमान की वजह से लोगों को दिन और रात दोनों समय तपन का सामना करना पड़ रहा है. नौतपा खत्म होने के बाद मौसम में लगातार उतार-चढाव देखा जा रहा है. कभी तेज धूप तो कभी तेज हवाओं के साथ आसमान में बादल छा जाते है. फिलहाल जिले में पड़ रही भीषण गर्मी ने आमजन के साथ पशु पक्षी और वन्य जीवों को भी बेहाल कर दिया है.
(शिल्पी सेन, रामकिंकर सिंह और उमेश मिश्रा का इनपुट)