देश के नंबर 1 ट्रैक्टर निर्यात ब्रांड सोनालीका ट्रैक्टर्स ने देश की सबसे बड़ी कंपनियों के बीच फॉर्च्यून 500 इंडिया 2024 सूची में स्थान हासिल किया है. साथ ही सोनालीका फॉर्च्यून इंडिया लिस्टिंग में भारत के शीर्ष 10 ऑटो ब्रांड भी बन गई है. सोनालीका समूह के चेयरमैन एलडी मित्तल ने कहा कि यह उपलब्धि पूरे सोनालीका परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है. उन्होंने कहा कि सोनालीका दुनिया भर में 17 लाख से ज्यादा किसानों का भरोसेमंद साथी बना है. कर्जमुक्त सिंद्धांतों और किसानों के साथ पारदर्शिता के चलते उनका ब्रांड लोकप्रिय बना है. कहा कि यह एकमात्र ऐसी कंपनी है जो कई दूसरी ट्रैक्टर कंपनियों के विपरीत अपनी वेबसाइट पर ट्रैक्टर की कीमतें दिखाती है. जबकि, ट्रैक्टर खरीदने के लिए किसानों के पास कम पूंजी की दिक्कत दूर करने के लिए NBFC सेवाओं से जुड़ी है और किसानों की वित्तीय मदद कर उन्हें ट्रैक्टर मालिक बना रही है.
कंपनी की ओर से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार पंजाब के होशियारपुर के एक छोटे से नॉन इंडस्ट्रियल शहर में शुरुआत के बाद अब सोनालीका 1.1 बिलियन डॉलर के कुल कारोबार के साथ फॉर्च्यून 500 इंडिया 2024 की सबसे बड़ी कंपनियों की सूची में शामिल हो गई है. इनटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड सोनालीका नाम से ट्रैक्टर बेचता है. यह भारत की 500 सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल हो गया है. बयान में सोनालीका समूह के चेयरमैन एलडी मित्तल ने कहा कि शुरुआत से ही सोनालीका ब्रांड अपने 3 मुख्य सिद्धांतों पर चल रहा है- जिनमें बेस्ट प्रोडक्ट और सेवाएं देना, अपने खरीदारों-विक्रेताओं का ख्याल रखना और बिना किसी शॉर्टकट के उसूलों के साथ बिजनेस करना शामिल है.
उन्होंने कहा कि सोनालीका ने हमेशा 150 से अधिक देशों में मजबूत पैर जमाने के लिए अपने कर्जमुक्त नजरिए का पालन किया है. सोनालीका की सफलता का मूल इसकी पारिवारिक संस्कृति में है, जो हर हितधारक-कर्मचारियों, डीलरों, विक्रेताओं और सबसे अहम रूप से किसानों तक फैली हुई है. अथक जुनून, इनोवेशन वाले हैवी ड्यूटी ट्रैक्टर देने की की जिम्मेदारी निभाई है. सोनालीका एग्रीकल्चर इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजी के साथ बदलाव करके आगे बढ़ने के मिशन पर खरा उतरा है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के दौरान भी लोगों का खयाल रखा और अपने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया. विक्रेताओं को एडवांस पेमेंट करके उनका साथ निभाया. इसके साथ ही कोविड के दौरान कोई भी छंटनी नहीं की. हमें 8000 से ज्यादा कर्मचारियों और 20000 से ज्यादा विक्रेताओं और डीलरों के परिवार पर गर्व है.
चेयरमैन ने कहा कि शुरुआती दिनों में हमने थ्रेशर बनाना शुरू किया था. तब बेस्ट प्रोडक्ट देना ही हमारा उद्देश्य था और अकसर लागत को कम रखने पर जोर दिया. ताकि किसानों तक उसे पहुंचाया जा सके. इससे हमें किसानों का विश्वास जीतने और उनकी जरूरतों को गहराई से समझने में मदद मिली. उन्होंने कहा कि किसानों ने बेहतर क्वालिटी वाले ट्रैक्टर बनाने का अनुरोध किया. इससे प्रेरित होकर 1995 में ट्रैक्टर बिजनेस में एंट्री की. तब से सोनालीका ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. दुनियाभर में 17 लाख से ज्यादा किसानों का भरोसेमंद साथी सोनालीका बन चुका है. सोनालीका भारत का नंबर 1 ट्रैक्टर निर्यात ब्रांड बन गया है और भारत में तीसरे सबसे बड़े ट्रैक्टर ब्रांड के रूप में मजबूती से खड़ा है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैक्टर बाजार. सोनालीका ब्रांड दुनिया के नंबर 1 इंटीग्रेटेड ट्रैक्टर मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट का मालिक है. इस प्लांट में 2 मिनट में एक नया ट्रैक्टर तैयार किया जाता है. इससे मॉडर्न एग्रीकल्चर में गेम चेंजर के रूप में अपनी जगह बनाई है.
उन्होंने कहा कि हर मौके पर हम कर्ज मुक्त रहने के अपने सिद्धांत पर अड़े रहकर मजबूती से आगे बढ़ते रहे. इससे हमें अलग तरीके से सोचने और चीजों को अलग तरीके से करने में मदद मिली, जिससे हम आत्मनिर्भर बन पाए. उन्होंने कहा कि हमारे ग्राहकों की सफलता ने कंपनी को अब तक की यात्रा में कई मील के पत्थर दर्ज करने के लिए प्रेरित किया है. आज हम घरेलू और निर्यात बाजारों की खास जरूरतों को पूरा करने वाले 2000 से अधिक मॉडल विकसित कर रहे हैं. अपनी तकनीकी विशेषज्ञता को और बढ़ाने और ग्राहकों को बेस्ट सॉल्यूशन देने के लिए हमने रेनॉल्ट और यानमार जैसी वैश्विक कंपनियों के साथ करार किया है.
चेयरमैन ने कहा कि मैं किसान कम्यूनिटी के खुश चेहरों को देखकर प्रसन्न होता हूं और यह मुझे उनके जीवन को सरल बनाने और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रेरित करता है. ग्राहकों की अपेक्षाओं से लगातार बढ़कर हाई क्वालिटी वाले प्रोडक्ट और सेवाएं देना हमारी पहली प्राथमिकता रही है. सोनालीका यह न सिर्फ बेहतरीन ट्रैक्टर उपलब्ध कराता है बल्कि किसानों के साथ अपने व्यवहार में ट्रांसपैरेंसी भी रखता है. यह एकमात्र ऐसी कंपनी है जो कई दूसरी ट्रैक्टर कंपनियों के विपरीत अपनी वेबसाइट पर अपने ट्रैक्टर की कीमतें दिखाती है. इसके खरीदार किसानों निर्णय लेने के लिए भटकना नहीं पड़ता. उन्होंने कहा कि कंपनी ने किसानों को ट्रैक्टर खरीदने के लिए पैसे की कमी को पूरा करने के लिए वित्तपोषण विकल्पों दिए हैं और इसके लिए NBFC कंपनियों की सेवाओं में भी कदम रखा है.
चेयरमैन ने कहा कि मेरा मानना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है. सिर्फ़ विचारों और प्रस्तुति कौशल से ज़्यादा कड़ी मेहनत और क्रियान्वयन पर ध्यान दें. उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि किसानों की समृद्धि सिर्फ ट्रैक्टर इंडस्ट्री के विकास के लिए ही नहीं बल्कि पूरी इकोनॉमी के लिए भी जरूरी है. सोनालीका किसानों को मजबूत बनाने के लिए आगे बढ़ रही है और मुझे विश्वास है कि मेरी यात्रा तब पूरी होगी जब किसान का बेटा भी किसान बनना चाहेगा.
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