Padma Awards 2023: 30 सालों से देशी अनाजों के रक्षक हैं नेकराम शर्मा, बनाया है बीज बैंक

Padma Awards 2023: 30 सालों से देशी अनाजों के रक्षक हैं नेकराम शर्मा, बनाया है बीज बैंक

ह‍िमाचल के मंडी ज‍िले न‍िवासी 60 वर्षीय क‍िसान नेकराम शर्मा प‍िछले 30 सालों से देशी अनाजों के बीजों को संरक्ष‍ित कर रहे है. उनके इस काम का मुख्य उद्देश्य आने वाली पीढ़ि‍यों को गुणवत्तापूर्ण अनाज उपलब्ध कराना है.

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Padma Awards 2023: 30 सालों से देशी अनाजों के रक्षक हैं नेकराम शर्मा, बनाया है बीज बैंक  ह‍िमाचल के क‍िसान नेकराम शर्मा मोटे अनाजों की खेती के ल‍िए लोगों को भी प्रोत्साह‍ित कर रहे हैं- सांकेत‍िक फोटो

गणतंत्र द‍िवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने पद्म पुरस्कार 2023 के नामों की घोषणा की है. ज‍िसके तहत 6 व‍िभूत‍ियों को पद्म व‍िभूषण, 9 को पद्म भूषण, 91 व‍िभूत‍ियों को पद्म श्री से नवाजा गया है. इसी सूची में ह‍िमाचल के नेकराम शर्मा भी हैं. भारत सरकार ने उन्हें कृष‍ि के क्षेत्र में पद्म श्री देने की घोषणा की है. मंडी ज‍िला स्थि‍त नाज गांव के साधारण क‍िसान नेकराम शर्मा को कृष‍ि क्षेत्र में अतुल्नीय काम के ल‍िए ये पुरस्कार द‍िया जा रहा है. उनके कामों को एक लाइन में स्पष्ट करें तो वह देशी अनाजों के सबसे बड़े रक्षकों में से एक हैं, वह ये काम प‍िछले 30 सालों से कर रहे हैं. इसके ल‍िए उन्होंने एक बीज बैंक बनाया हुआ है. जैव‍िक खेती करने वाले नेकराम शर्मा को पारंपर‍िक फसल चक्र नौ अनाज को दोबारा जीव‍ित करने के ल‍िए पद्म श्री देने की घोषणा की गई है.   

बीज बैंक में 40 तरह के अनाज, मोटे अनाज भी शाम‍िल 

ह‍िमाचल में मंडी ज‍िला न‍िवासी क‍िसान नेकराम शर्मा ने अपने बीज बैंक में 40 तरह के अनाजों को संरक्षि‍त क‍िया हुआ है. उनके बीज बैंक में कई ऐसे भी बीज हैं, जो व‍िलुप्त‍ि होने की कगार पर पहुंच गए थे. वहीं उनके बीज बैंक में मोटे अनाजों को भी जगह म‍िली हुई है. अगर बात करें तो उनके बीज बैंक में चार तरह के चावल और मक्के की क‍िस्में, गेहूं की आधा दर्जन क‍िस्में, चौलाई, राजमा, सोयाबीन, च‍ि‍ना, कोदो, बाजार, ज्वार के बीज को जगह म‍िली हुई है. 

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देशी बीजों से ही करते हैं खेती   

पद्म श्री से नवाजे जाने वाले ह‍िमाचल के क‍िसान नेक राम शर्मा 1993 से देशी अनाज के बीजों को संरक्षि‍त करने का काम कर रहे हैं. वे अपने खेतों में भी देशी बीजों का ही प्रयोग करते हैं. तो वहीं अन्य क‍िसानों को भी इसके ल‍िए प्रेर‍ित करते हैं. वे अपने बीज बैंक के ल‍िए देशभर से देशी अनाजों के बीजों को एकत्र‍ित कर चुके हैं. तो वहींं वह मोटे अनाजों की खेती करने के ल‍िए उन्होंने क‍िसानों को जागरूक क‍रते हैं. इस वजह से वर्तमान में ह‍िमाचल के कई क‍िसान मोटे अनाज की खेती की तरफ लौटे हैं.     

 10 हजार क‍िसानों को फ्री बांट चुके हैं बीज 

पद्म श्री से नवाजे जाने वाले ह‍िमाचल के क‍िसान नेक राम शर्मा देशी अनाजों के बीज बचाने के इस यज्ञ में अभी तक 10 हजार क‍िसानों को फ्री में बीज बांट चुके हैं. ये 10 हजार क‍िसान 6 राज्यों के हैं, ज‍िन्हें नेकराम शर्मा ने पांरपर‍िक देशी अनाज समेत मोटे अनाजों के बीज फ्री में उपलब्ध कराए हैं. इसके साथ वे ही नौ अनाज फसल चक्र की खेती करने के ल‍िए अन्य क‍िसानों को भी प्रेर‍ित कर चुके हैं. देशी अनाजों के बीज बचाने की इस मुह‍िम में नेकराम शर्मा के साथ उनकी पत्नी भी देती हैं.    

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