Namami Gange : बुंदेलखंड के गांवों में जल जीवन मिशन की सुस्ती पर शासन हुआ सख्त, गिरेगी कंपनी पर गाज

Namami Gange : बुंदेलखंड के गांवों में जल जीवन मिशन की सुस्ती पर शासन हुआ सख्त, गिरेगी कंपनी पर गाज

केंद्र सरकार ने गांव गरीब के हर घर तक नल से जल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन की शुरुआत की है. यूपी सहित सभी राज्यों में इस मिशन को समय से पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है. मगर, बुंदेलखंड में इसकी गति धीमी मिली है. शासन ने इसकी सुस्ती पर सख्त रुख अपनाया है.

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Namami Gange : बुंदेलखंड के गांवों में जल जीवन मिशन की सुस्ती पर शासन हुआ सख्त, गिरेगी कंपनी पर गाजनमामि गंगे परियोजना में गांव गरीब को नल से जल की सुविधा से जोड़ा जा रहा है.

यूपी में योगी सरकार ने विकास और मूलभूत नागरिक सुविधाओं के मामले में उपेक्षित रहे बुंदेलखंड में बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी जरूरतों की पूर्ति के लिए खास ध्यान दिया है. इसके तहत जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं को तेज गति से लागू करने के लिए इसकी शासन स्तर पर नियमित समीक्षा की जा रही है. इसकी ताजा समीक्षा रिपोर्ट में वांछ‍ित परिणाम नहीं मिलने पर योगी सरकार ने सख्त रुख अख्तियार किया है. इलाके के ग्रामीण इलाकों में हर घर को नल से जल की सुविधा से लैस करने के लिए चलाए जा रहे अभियान की प्रगति रिपोर्ट में काम की गति धीमी पाई गई है. सरकार ने इस काम को अंजाम दे रही कंपनी पर इसकी जिम्मेदारी तय करने का फैसला किया है.

निरीक्षण में मिली लापरवाही

यूपी के बुंदेलखंड इलाके में नमामि गंगे विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत समयबद्ध तरीके से काम किया जाना है. इसके लिए योजना का काम कर रही कंपनी के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं. इसके तहत उत्तरदाई कंपनी को प्रतिदिन 50 गांव की कमीशनिंग करने का लक्ष्य तय किया गया है. इसमें गांवों में पानी की पाइपलाइन बिछाने के बाद जल आपूर्ति बहाल होने पर सभी गांव में सड़कों की मरम्मत भी करना है.

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बरतरी पेयजल योजना का किया निरीक्षण

बुंदेलखंड में जल जीवन मिशन की योजनाओं की समीक्षा करने पहुंचे श्रीवास्तव ने कंपनी प्रबंधन के साथ जल निगम के अफसरों को भी जमकर फटकार लगाई. उन्होंने बीजीसीसी कंपनी को उसके लापरवाही पूर्ण रवैये को सुधारने के लिए 3 दिन का समय दिया है.

इससे पहले उन्होंने जल निगम के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. साथ ही उन्होंने झांसी की मोठ तहसील में स्थित बरतरी पेयजल योजना का स्थलीय निरीक्षण भी किया. उन्होंने दो टूक कहा कि जल जीवन मिशन के लिए जिम्मेदार कंपनी और अधिकारियों को काम में लापरवाही बरतने की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. माना जा रहा है कि धीमी गति से काम कर रही कंपनी के खिलाफ नमामि गंगे विभाग जल्द सख्त कदम उठा सकता है.

उन्होंने बरतरी ग्राम पेयजल योजना के निरीक्षण के बाद कहा कि इस योजना का काम कर रही सभी एजेंसियों की तुलना में बीजीसीसी कंंपनी का काम काफी सुस्त दिख रहा है. उन्होंने कंपनी प्रबंधन को निर्देश दिये कि 3 दिन में काम नहीं सुधरा तो न केवल उससे काम वापस ले लिया जाएगा, बल्कि कंपनी को भविष्य के लिए ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है.

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तय किए लक्ष्य

प्रमुख सचिव ने बीजीसीसी कंपनी को एक दिन में 50 गांव की कमीशनिंग करने और गांवों में सड़कों की मरम्मत करने का लक्ष्य तय करते हुए कहा कि इसके लिए सभी गांव में तत्काल टीमें तैनात की जाए. उन्होंने कंपनी को तत्काल कामगारों की संख्या भी बढ़ाकर तीन गुना करने काे कहा है. उन्होंने बरतरी में जल शोधन संयंत्र (WTP) की बदहाली पर गंभीर नाराजगी जताते हुए कंपनी की मंशा पर सवाल उठाए.

प्रमुख सचिव के सवालों पर कंपनी प्रबंधन और जल निगम के अफसर बगलें झांकते नजर आए. कंपनी प्रबंधन ने काम को दुरुस्त करने के लिए प्रमुख सचिव से आखिरी मोहलत मांगी है. इससे पहले श्रीवास्तव ने ललितपुर में भी पेयजल योजनाओं का निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने सभी संबद्ध विभागों के अधिकारियों के साथ योजनाओं की समीक्षा की.

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