देश की बहुत बड़ी किसान आबादी है जो हमेशा आर्थिक स्थिति से जूझती है. किसान लगातार सरकार से रियायतों की उम्मीद करते हैं. सरकार की ओर से किसानों के लिए कई तरह की योजनाएं और व्यवस्थाएं बनाई जाती हैं. इसी तरह से बिहार सरकार की ओर से भी किसानों को सस्ती बिजली देने का प्लान बनाया गया है. बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने बताया कि किसानों को बिजली की पर्याप्त आपूर्ति और सस्ती बिजली देने के लिए 2274 कृषि फीडर तैयार किए जा चुके हैं.
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने किसानों को निर्बाध (बिना पावर कट) बिजली सप्लाई के लिए राज्य में 2274 कृषि फीडर तैयार किए जा चुके हैं. इससे हर किसान के खेत तक बिजली पहुंचेगी. कृषि फीडर बिजली वितरण का एक खास फीडर बताया जा रहा है जो घरेलू बिजली आपूर्ति से अलग है और केवल कृषि कार्यों के लिए उपयोगी है. इसकी सबसे अच्छी बात ये है कि किसानों को सस्ते में बिजली उपलब्ध कराई जाएगी.
डिप्टी सीएम सिन्हा ने जानकारी देते हुए कहा कि बिजली हर किसान की बेसिक जरूरत हो गई है. कृषि फीडर प्रक्रिया के बाद राज्य के किसानों को फसलों की सिंचाई में आने वाली समस्या से छुटकारा मिलेगा. इस फीडर के बाद किसानों को समय से सही वोल्टेज के साथ बिजली उपलब्ध कराई जाएगी जिससे डीजल पंपों की निर्भरता कम होगी. सिन्हा ने आगे बताया कि उनका प्लान किसानों की लागत को कम करना और फसल उत्पादकता को बढ़ाना है.
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कृषि फीडर तैयार करने का लक्ष्य कृषि और कृषि उत्पाद को बढ़ावा देना है. डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने बताया कि राज्य में 2274 कृषि फीडर तैयार हैं इसका उपयोग ना केवल खेतों की सिंचाई के लिए होगा बल्कि कृषि उत्पाद को संरक्षित रखने वाले कोल्ड स्टोरेज आदि के लिए भी आठों पहर सस्ते में बिजली उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा उन्होंने पर्यावरण प्रदूषण को भी कम करने की बात कही. उन्होंने बताया कि ये पहल ऊर्जा दक्षता को बढ़ाने के साथ ही पल्यूशन को भी कम करने में मददगार है. खास बात यही रही कि किसानों को कम लागत में जरूरी समय में जरूरी वोल्टेज के साथ बिजली की आपूर्ति कराई जाएगी और घरेलू उपयोग से अलग केवल कृषि कार्यों के लिए उपयोगी ये बिजली काफी सस्ती भी होगी जिससे किसानों को कम लागत आएगी.
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