हम सब बचपन से पढ़ते आ रहे हैं कि भारत कृषि प्रधान देश है. देश की अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र का विशेष महत्व रहा है. खेती किसानी से देश के कई परिवारों का रोजगार टिका हुआ है. सरकाार द्वारा लगातार कृषि की ओर नए- नए लोगों को जोड़ने के प्रयास किए जाते हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार कृषि के प्रति जागरुकता फैलाने और लोगों को इस ओर जोड़ने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के उच्च प्राथमिक स्कूलों में छात्रों को हार्टिकल्चर और आर्गेनिक फार्मिंग पढ़ाने जा रही है. ये दोनों ही वोकेशनल विषय के तौर पाठ्यक्रम में शामिल किए जाएंगे.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के उच्च प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के साथ- साथ खेती करने के तरीके भी सिखाए जाएंगे. उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग ने ट्वीट कर बताया कि बच्चों को खेती के महत्व की जानकारी दे कर राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान की ओर से वोकेशनल कोर्स के तहत हार्टिकल्चर और आर्गेनिक फार्मिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी. इससे बच्चों में खेती के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और इसका महत्व समझ सकेंगे.
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बच्चों को किसानी के हुनर सिखाने के लिए इसे वोकेशनल कोर्स के अंतर्गत रखा गया है जिसके तहत 40 हजार से अधिक स्कूलों के छात्रों को परंपरागत तरीके से खेती करना सिखाया जाएगा.
हॉर्टिकल्चर की बात करें तो यह एक ऐसी तकनीक है जो बागवानी से जुड़ी है. इसमें बागवानी करने के तरीके से लेकर उनके संरक्षण, विज्ञान, तकनीक और मार्केटिंग के तरीकों के बारे में भी बताया जाएगा. वहीं आर्गेनिक फार्मिंग की बात करें तो यह शब्द नया नहीं है. आर्गेनिक फार्मिंग जैविक खेती के कहते हैं जिसमें रसायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का प्रयोग न कर पूरी तरह से जैविक खेती की जाती है इस तरह की खेती से खनिजों के द्वारा पौधों को पोषण दिया जाता है. जो कि पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य दोनों के लिए बहुत ही अनुकूल माना जाता है.
उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग ने छात्रों को कृषि से जोड़ने के लिए स्कूलों में इस तरह की ट्रेनिंग देने की पहल की है. इससे राज्य के लोगों में खेती के प्रति जागरूकता बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.
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