केंद्रीय कृष‍ि विश्वविद्यालय झांसी में लगेगा आधुनिक खेती बाड़ी का पहला मेला

केंद्रीय कृष‍ि विश्वविद्यालय झांसी में लगेगा आधुनिक खेती बाड़ी का पहला मेला

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में खेती बाड़ी को मुनाफे का सौदा साबित करने के लिए सरकार आधुनिक खेती और कृषि उपज को मार्केट चेन से जोड़ने की लगातार कोशिश कर रही है. इसके लिए किसानों को उपज का मूल्य वर्धन करने के गुर सिखाने के मकसद से झांसी स्थित केंद्रीय कृष‍ि विश्वविद्यालय में पहला बुंदेलखंड किसान मेला रविवार से आयोजित किया जा रहा है.

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केंद्रीय कृष‍ि विश्वविद्यालय झांसी में लगेगा आधुनिक खेती बाड़ी का पहला मेला किसान मेले में सजेगी फल फूल एवं शाक भाजी और कृष‍ि यंत्रों की महफ‍िल

बुंदेलखंड में आयोजित हो रहे पहले एग्रो एक्सपों में खेती के साथ मंडल स्तरीय बागवानी महोत्सव भी आयोजित किया गया है जिससे किसान एक ही स्थान पर खेती और बागवानी सहित सभी पहलुओं से जुड़ी आधुनिक तकनीकों से रुबरू हो सकें. झांसी में रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृष‍ि विश्वविद्यालय में 26 और 27 फरवरी को कृष‍ि और उद्यान के दो मेले एक साथ आयोजित किए गए हैं. केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षा निदेशक डॉ. अनिल कुमार ने 'किसान तक' को बताया कि बुंदेलखंड इलाके में खेती बाड़ी का यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन है. इसमें कृष‍ि और बागवानी से जुड़ी नवीनतम तकनीक के अलावा सरकारी योजनाओं सहित सभी प्रकार की जानकारी अगले दो दिनों में मिल सकेगी.

डॉ कुमार ने बताया कि 27 फरवरी को 'बुंदेलखंड कृष‍ि निर्यात संवर्धन सम्मेलन' और एग्री एक्सपो का आयोजन किया गया है. इसमें बुंदेलखंड के कृष‍ि उत्पादों को नाबार्ड, एपीडा और एफपीओ के माध्यम से निर्यात योग्य बनाने की क्षमता में इजाफा करने पर संगोष्ठी होगी. 

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निर्यात बढ़ाने पर सरकार का जोर

डॉ कुमार ने कहा कि किसानों के लिए पहली बार ऐसा आयोजन हो रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश के सात और मध्य प्रदेश के आठ जिलों में फैले समूचे बुंदेलखंड के किसानों को शामिल किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में ग्रामीण विकास बैंक 'नाबार्ड' और कृष‍ि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) के साथ कृष‍ि उत्पाद समूहों (FPO) के बीच कृष‍ि उत्पादों की गुणवत्ता को बेहतर कर इन्हें निर्यात योग्य बनाने पर विचार मंथन होगा.

नई तकनीकों का प्रदर्शन

डॉ कुमार ने बताया कि 26 फरवरी को यूपी के कृष‍ि मंत्री सूर्यप्रताप शाही इस मेले का उद्घाटन करेंगे. इसमें आधुनि‍क कृष‍ि यंत्रों के प्रयोग को किसान सीधे तौर पर देख सकेंगे. इनमें ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल से लेकर फसलों की पौध की सेहत का ध्यान रखने वाली 'मोबाइल पौध स्वास्थ्य क्लिनिक' का भी प्रदर्शन किया जाएगा.

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मेले में उन्नत बीज और पौध का भी एक बिक्री केंद्र बनाया गया है जहां से किसान बीज और पौध खरीद सकेंगे. इसमें एक 'क्रॉप कैफेटेरिया' भी बनाया गया है. इसमें किसान फसलों की उपज, रोग और अन्य विषयों पर जानकारों से सीधे बात कर सकेंगे.

बागवानी प्रेमियों के लिए फल-फूल मेला   

किसान महोत्सव में पहली बार मंडल स्तरीय फल फूल और बागवानी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. झांसी मंडल के उपनिदेशक, उद्यान विनय यादव ने बताया कि हाल ही में लखनऊ स्थ‍ित यूपी राजभवन में राज्य स्तरीय फल फूल और शाक भाजी प्रदर्शनी संपन्न हुई. यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने 21 फरवरी को राजभवन की तर्ज पर यूपी के सभी मंडलों में इस तरह की प्रदर्शनी आयोजित करने का निर्देश दिया था. इसके अनुपालन में पहली मंडल स्तरीय प्रदर्शनी झांसी में केंद्रीय कृष‍ि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किसान मेले के साथ आयोजित की गई है.

विनय यादव ने बताया कि इस मेले में बुंदेलखंड में बागवानी से जुड़ी सभी विधियों और उपज का प्रदर्शन किया जाएगा. इसमें स्ट्रॉबेरी और ड्रैगन फ्रूट से लेकर बेर की खेती तक सभी प्रकार की बागवानी फसलों का प्रदर्शन किया जाएगा.

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